बाणगंगा पुलिस ने 6 घण्टे में खोला फ़र्ज़ी लूट का राज

प्लाट की किस्त समय पर नहीं चुकाने के लिये, फरियादी ने ही रची थी फर्जी लूट की साजिश। फरियादी द्वारा स्वयं छिपाए गए लूट के 07 लाख रुपये भी पुलिस ने किये बरामद।

बाणगंगा पुलिस ने 6 घण्टे में खोला फ़र्ज़ी लूट का राज

द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर

पुलिस थाना बाणगंगा पर दिनांक 21 मार्च 2023 को शाम को 04 बजे कण्ट्रोल रूम से सूचना प्राप्त हुई कि सचिन राठौर नाम के व्यक्ति के साथ लक्ष्मीबाई स्टेशन के पास में 07 लाख रुपये की लुट हो गई है. सूचना की तस्दीक हेतु चौकी भागीरथपुरा प्रभारी उनि महेश सिंह चौहान एवं उनि जगदीश मालवीय को तत्काल मौके पर रवाना किया गया। जिन्होंने घटना की तस्दीक करते फरियादी सचिन राठौर   निवासी मुखर्जीनगर बाणगंगा इन्दौर से पूछताछ की गई जिसने बताया कि वह गोल्ड लोन दिलाने वाला एजेंट है, उसने दिनांक 21.03.2023 को एचडीएफसी, कोटक एवं आईसीआईसीआई बैंक से कुल 07 लाख रुपये निकाले थे, जिनको लेकर शाम को करीब 04 बजे एमआर 04 रोड से अपने घर मुखर्जीनगर जा रहा था, रास्ते में लक्ष्मीबाई रेल्वे स्टेशन के पास पीछे से मोटर साईकिल पर दो नकाबपोश लोग आये जिन्होने पिस्टल अड़ाई और बैग में रखे 07 लाख रुपये छीन कर भाग गये, जिनकी मोटर साईकिल पर नंबर प्लेट नही थी। फरियादी सचिन राठौर की रिपोर्ट पर तत्काल अज्ञात बदमाशों के विरुद्ध अपराध  धारा 392 भादवि का पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।

उक्त घटना की गंभीरता को देखते हुए श्रीमान अति. पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री मनीष कपूरिया द्वारा तत्काल अज्ञात बदमाशों को गिरफ्तार एवं लुट की राशि बरामद करने हेतु टीम गठित करने हेतु निर्देशित किया गया। उक्त निर्देशों के अनुक्रम में  पुलिस उपायुक्त इन्दौर ( जोन-03) श्री धर्मेन्द्र भदौरिया एवं अति. पुलिस उपायुक्त जोन-03 श्री राजेश रघुवंशी के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस आयुक्त हीरानगर श्री धैर्यशील येवले के द्वारा थाना प्रभारी बाणगंगा निरीक्षक राजेन्द्र सोनी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।

ऐसे हुआ फर्जी लूट का पर्दाफाश

थाना बाणगंगा पुलिस टीम द्वारा फरियादी सचिन राठौर से पूछताछ की गई एव फरियादी के द्वारा बताये अनुसार घटना स्थल लक्ष्मीबाई रेल्वे स्टेशन के आसपास सीसीटीवी फुटेज चेक किये, जिनमें फरियादी जाता हुआ दिखाई दिया लेकिन फरियादी के आगे पिछे बताये हुलिये का कोई भी व्यक्ति आता-जाता हुआ दिखाई नही दिया, फरियादी ने जिस बैंक से रुपये निकाले थे उक्त स्थान पर भी फुटेज में फरियादी के आसपास कोई संदिग्ध दिखाई नही दिया। पूछताछ पर फरियादी ने बताया कि उसने श्रीकृष्ण एक्लेव में एक प्लाट खरीदा जिसकी डील के 07 लाख रुपये एजेंट को दिनाक 28.03.2023 को देने का वायदा था, इसीलिये उसने बैंक से 07 लाख रुपये निकाले थे।  उक्त संबंध में फरियादी के द्वारा बैंक से किये गये ट्रांसेक्शन चैक किये गये जिसमें फरियादी द्वारा दिनांक 20.03.23 को बैंक से 07 लाख रुपये नगद निकालना पाया गया, किन्तु बैंक ट्रांसेक्शन की डिटेल्स में पूर्व में ऑनलाईन ट्रांसेक्शन किये गये थे लेकिन कल दिनांक  को ही नगद ट्रांसेक्शन कर 07 लाख रुपये निकाले। उक्त संबंध में फरियादी से पूछताछ करने पर लगातार बदल-बदल कर कथन दे रहा था। जिससे घटना संदिग्ध प्रतीत होने से बाद फरियादी से लगातार हिकमत अमली से विस्तृत पूछताछ करने पर *फरियादी ने अंततः स्वीकार किया कि वह प्लाट की डील के 07 लाख रुपये एजेंट को नही देना चाहता था इसीलिये उसने स्वयं अपने साथ 07 रुपये लुट की साजिश रची और साजिशन ही पुलिस में लुट की झुठी रिपोर्ट लेख कराई थी।फरियादी ने बताया कि उसने बैंक से निकाले हुए 07 लाख रुपये अपने दोस्त  को अमानती तौर पर दे दिये थे, जो लुट में दर्शाई गई 07 लाख रुपये की राशि फरियादी के दोस्त से बरामद किये गये हैं। प्रकरण में विवेचना जारी है जिसके आधार पर अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।

इनका रहा खास योगदान

उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी व उनकी टीम के उप निरी. महेश सिंह चौहान, उप निरी. जगदीश मालवीय, प्र.आर. अंजनी तिवारी, प्र.आर. सुरेंद्र भास्कर, आर. सत्येंद्र सिंह, प्र.आर. राजीव यादव, आर. मालाराम सिकरवार, आर. हीरामणि मिश्रा, आर. प्रदीप शर्मा, आर. रवींद्र रघुवंशी, सैनिक जय बामनिया का सराहनीय योगदान रहा।