संघ ,सनातन और बहन

हिंदी हृदय मध्य प्रदेश में भाजपा की मजबूत होती स्थिति के तीन कारण ,पुरे चुनाव में एक्सपोज़ लाइव का अनुमान हर जगह बैठा सटीक , कैलाश विजयवर्गीय को चुनाव में उतारे जाने की सम्भावना ,भाजपा की प्रदेश में पांचवी बार सरकार का अनुमान ,विधान सभा 5 में भाजपा प्रत्याशी को मिले जनसमर्थन का आंकलन हर जगह एक्सपोज़ लाइव रहा सटीक

संघ ,सनातन और बहन

द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर 

इस बार मतदाताओं को समझना हर किसी के लिए मुश्किल साबित हो रहा था ,एक अजीब सी चुप्पी मतदाताओं में देखि जा रही थी ,एग्जिट पोल के नतीजे भी भाजपा के पक्ष में चल रहे अंडर करंट का आंकलन नहीं कर पा रहे थे ,कई जगह तो कांग्रेस को प्रचंड बहुमत मिलने के अनुमान भी लगा लिए गए थे,कई एग्जिट पोल प्रदेश में कांग्रेस भाजपा में कांटे की टक्कर मान रहे थे ! जो सर्वे आये बेशक मतदाताओं के गले नहीं उतर रहे थे ,लेकिन एजेंसियां लगातार अपने दावों को सटीक साबित करने में लगी हुई थी ! एक सबसे विचित्र बात यह भी देखने को मिल रही थी न सिर्फ मतदाता बल्कि बड़बोले भाजपा नेता भी इस बार चुप्पी साधे  बैठे थे ,नेताओं की चुप्पी के पीछे का कारण  शीर्ष नेतृत्व से स्पष्ट संकेत भी हो सकता था !

चुनाव के शुरूआती दौर भाजपा कार्यकर्ताओं में फ़ैल रहे असंतोष भी एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आ रहा था और कांग्रेस भी लगभग इसी के भरोसे चुनाव मैदान में थी ,सिर्फ इतना ही नहीं भाजपा की स्थिति को भी कमज़ोर मान कर बैठ गयी थी ,लेकिन भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की सक्रियता को लगातार नज़रअंदाज़ किया जाता रहा ,पार्टी कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा संचार इस कदर कर दिया गया की उसका तूफ़ान  चुनावी नतीजों में स्पष्ट दिखाई भी दे रहा हे !

क्या किया संघ ने क्या रही संघ की भूमिका 

यह पहला मौका था जब संघ और शीर्ष नेतृत्व इस कदर चुनाव में सक्रीय रहा ,भाजपा की पहली सूचि  ने जहाँ सबको चौंका दिया वहीँ परिणाम भी वही आये जो अपेक्षित थे ,सबसे पहले एक्सपोज़ लाइव ने ही कैलाश जैसे दिग्गज को भी चुनाव में उतारने की संभावना को उजागर किया था ,वहीँ अंदर ही अंदर इस चुनाव को राज्यसभा चुनाव से लिंक कर भाजपा ने चुनाव लड़ा ,यह पहला मौका था की वोट प्रतिशत बढ़ाने को लेकर संघ की इतनी बड़ी व्यूह रचना गुपचुप तरीके से रच डाली ,संघ के छोटे से छोटे कार्यकर्त्ता की ताकत को इस चुनाव में इस्तेमाल किया गया ,संघ का हर पदाधिकारी अपने स्तर पर मुस्तैदी से तैनात देखा गया ! शुरूआती दौर में जहाँ लग रहा था की भाजपा कार्यकर्ताओं में गिरता मनोबल एक बड़ी समस्या बन रहा हे ,शीर्ष नेतृत्व के मार्गदर्शन तले  संघ की टोलियों ने मैदान संभाला ,लगभग हर उस अहम् कार्यकर्त्ता से जीवंत संपर्क साधा गया और उसकी पीड़ा को एक अच्छे  माहौल में सुना भी गया ,अक्सर देखा गया हे की संघ और भाजपा कार्यकर्त्ता आज तक भी निस्वार्थ भाव से पार्टी और संघ के लिए पुरे तन मन से मैदान में जुटा रहता हे ,जब भी कोई बात होती हे वह उचित फोरम पर अपनी बात रखता हे और ऐसा कुछ वर्षों पहले तक होता भी आया था जिसकी कमी को इस विधानसभा चुनाव में भलीभांति समझा गया ,कार्यकर्ताओं की पीड़ा और गिरते मनोबल को न सिर्फ समझा गया बल्कि बढ़ाया भी गया,उनकी बात को शीर्ष स्तर भी पहुँचाने में भी संघ की भूमिका अहम् रही !   

सनातन रहा बड़ा मुद्दा 

भाजपा और संघ दोनों ही इस बार एक रणनीति के तहत सनातन के मुद्दे पर चुनाव मैदान में दिखी ,जिसे मतदाताओं ने भी भलीभांति स्वीकार किया ,राष्ट्र हित  में मतदान की पंच लाइन ने भी खूब कमाल  दिखाया और मतदाता को जाग्रत करने में अहम् भूमिका निभाई जिसका सीधा फायदा भाजपा को ही मिला ! कांग्रेस और घटक दलों  द्वारा लगातार सनातन  विरोधी बयानों को संघ और भाजपा ने आड़े हाथों  लिए जिसका असर भी स्पष्ट रूप से इस चुनाव के नतीजों में देखने को मिल रहा हे !      

लाडली बहन योजना का भी मिला साथ  

मध्य प्रदेश सरकार की लाडली बहन और लाड़ली लक्ष्मी  योजना भी मील का पत्थर साबित हुई ,लगभग 1 करोड़ 30 लाख हितग्राहियों और उनके परिवारों का भी आशीर्वाद वोट बन भाजपा के खाते में गिरा ! लगभग 160 सेटों पर भाजपा की बढ़त भी इसी  के कारण  मानी जा रही हे ! 

आगे क्या ?

जिस प्रकार इस चुनाव में संघ ने ज़मीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को संभाला उनकी बात शीर्ष स्तर तक पहुंचाई ,गिरते मनोबल को बढ़ाया ,अगर यही रीती निति 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान तक बनी रही तो निश्चित तौर पर कहा जा सकता हे की भाजपा 2024 में भी नया इतिहास लिख देगी !