खजराना मंदिर में लोकार्पण कार्यक्रम: इंदौर के जनप्रतिनिधि हाशिए पर
इंदौर के प्रसिद्ध खजराना गणेश मंदिर में भक्त निवास और सत्संग हॉल का लोकार्पण करने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 20 दिंसबर को इंदौर आ रहे हैं, पर उससे पहले कार्यक्रम को लेकर राजनीतिक बहस शुरू हो गई। इसके निमंत्रण पत्र में मंदिर समित के कुछ सदस्यों और पुजारियों के नाम तो लिखे हैं, लेकिन न तो शहर के प्रथम नागरिक यानी मेयर पुष्यमित्र भार्गव का नाम है और ना ही इंदौर के सांसद और क्षेत्रीय विधायक का।
20 दिसंबर को सीएम डॉ. मोहन यादव करेंगे भक्त निवास और प्रवचन हॉल का उद्घाटन
कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र से से मेयर, सांसद और क्षेत्रीय विधायक सहित सभी जनप्रतिनिधयों के नाम गायब
द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर।
इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में 20 दिसंबर को भक्त निवास और प्रवचन हॉल का लोकार्पण मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के हाथों होना तय है। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन निमंत्रण पत्र से मेयर पुष्यमित्र भार्गव, क्षेत्रीय विधायक बाबा महेंद्र हार्डिया, इंदौर सांसद शंकर लालवानी सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के नाम गायब होने से विवाद खड़ा हो गया है।
कार्यक्रम के निमंत्रण पत्र में जनप्रतिनिधियों की जगह इंदौर के प्रशासनिक अधिकारियों के नाम अतिथि सूची में शामिल किए गए हैं। इस मामले को लेकर सूचना विभाग के प्रभारी राजेश उदावत ने कलेक्टर आशीष सिंह के समक्ष आपत्ति दर्ज कराई है। कार्यक्रम से जनप्रतिनिधियों को दूर रखने का फैसला स्थानीय राजनीति में नई बहस छेड़ सकता है। मेयर पुष्यमित्र भार्गव, सांसद शंकर लालवानी और विधानसभा पांच के क्षेत्रीय विधायक महेंद्र हार्डिया को अनदेखा करने के मामले में प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं। खजराना गणेश मंदिर में लोकार्पण समारोह और आगामी त्योहारों के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधाओं को लेकर प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। वहीं, निमंत्रण पत्र विवाद ने इस आयोजन पर राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है।
भक्त निवास और प्रवचन हॉल का निर्माण
खजराना गणेश मंदिर, जो लाखों भक्तों की आस्था का केंद्र है, में भक्तों की सुविधा के लिए एक भक्त निवास और प्रवचन हॉल तैयार किया गया है। इन दोनों का लोकार्पण मुख्यमंत्री द्वारा किया जाएगा। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम की तैयारियों का कलेक्टर आशीष सिंह ने हाल ही में मुआयना किया और व्यवस्थाओं की समीक्षा की।
नए साल और तिल चतुर्थी के लिए विशेष तैयारियां
इधर खजराना मंदिर में नए साल और तिल चतुर्थी के अवसर पर लाखों श्रद्धालु भगवान गणेश के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्थाएं की जा रही हैं। बता दें कि 31 दिसंबर और 1 जनवरी को भगवान गणेश के दर्शन के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु खजराना मंदिर आते हैं। इसे देखते हुए प्रशासन ने ट्रैफिक, पानी, लाइट और दर्शन व्यवस्था को सुचारू रूप से चलाने के निर्देश दिए हैं।
- विशेष साज-सज्जा: पूरे मंदिर परिसर को दो दिन तक लाइटों से सजाया जाएगा।
- दर्शन व्यवस्था: झिग-झेग और स्टेपिंग के जरिए कतारबद्ध दर्शन की सुविधा होगी।
- सीसीटीवी निगरानी: पूरे परिसर में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी।
- पार्किंग: अस्थायी पार्किंग की अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी।
- चिकित्सा सुविधा: आकस्मिक चिकित्सा सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी।
तिल चतुर्थी उत्सव: 17 से 19 जनवरी
तिल चतुर्थी उत्सव 17 से 19 जनवरी तक मनाया जाएगा। इस दौरान मेले का आयोजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। भगवान गणेश का स्वर्ण आभूषणों से विशेष श्रृंगार किया जाएगा।