दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी कहलाने वाली भाजपा ! महापौर जैसे अति महत्वपूर्ण पद पर अभी भी असमंजस की स्थिति
भाजपा नहीं कर पाई इंदौर महापौर प्रत्याशी की घोषणा ,लगातार आपसी खिंचतान जारी
द एक्सपोज लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर
यूं तो इंदौर को भाजपा का गढ़ माना जाता हे और लगभग सभी विधानसभा मैं भाजपा का वोट प्रतिशत भी ज्यादा हे , यही कारण रहा कि भाजपा का विश्वास अब अति विश्वास में बदलता जा रहा ! जहां कांग्रेस ने कई महीनों पहले संजय शुक्ला को अपना महापौर प्रत्याशी घोषित कर दिया वही अब भाजपा आपसी खींचतान ,गाइड लाइनों की उलझन में फंसती चली जा रही हे ।
भाजपा का यह कृत्य उसकी निर्णय क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगाता हे साथ ही उसकी इस अनिर्णय की स्थिति में यह दर्शाता है अब भाजपा निर्णायक समय को भी अपना गुलाम समझने लगी हे ! भारत में एक कहावत द्वापर युग से ही कहीं जा रहीं है "समय चुकी भीलन लूटी गोपिका और वहीं अर्जुन और वहीं गांडीव धनुष "
समय किसी को नहीं छोड़ता और भाजपा न सिर्फ अपना महापौर प्रत्याशी घोषित कर पाई बल्कि पार्षद के नामों पर भी संशय बरकरार हे ! ऐसा नहीं हे की भारतीय जनता पार्टी के पास महापौर के लिए कोई प्रत्याशी नहीं है ,कई अनुभवी और जनता के बीच में अच्छी पैठ रखने वाले दिग्गज नेता मौजूद हे और यदि संघ से ही किसी प्रतिनिधि को मैदान में उतरना तो निर्णय में इतना विलंब क्यों ? यह स्थिती यह विदित करती है की भाजपा की स्थिति भी पुराने कांग्रेस जैसी होने लगी हे " एक अनार और सौ बीमार" ! जिसका ज्वलंत उदाहरण मीडिया में संघ की तरफ से प्रबल दावेदार माने जाने वाला जैसे ही एक नाम सामने आया एक और प्रबल दावेदार के समर्थक खुल कर विरोध में उतर आये और सारी मर्यादाएं भी लांघ दी ,उनकी मांग हे की जो भी प्रत्याशी घोषित हो वह इंदौर का हो ।