शहर खड़ा दादा और बाबा के साथ ,प्रदेश में प्रचंड जीत में इंदौर के नाम दो रिकॉर्ड
महेंद्र हार्डिया (बाबा ) और रमेश मेंदोला ( दादा ) ने बनाया रिकॉर्ड , दादा जीते सर्वाधिक वोटों से और बाबा ने पांचवी बार जीत कर बनाया रिकॉर्ड ,लेकिन सालों से सरकार में प्रतिनिधितत्व की राह तकता इंदौर , ,लगातार उपासना का शिकार होती प्रदेश की आर्थिक राजधानी ,स्वत्छता में 6 बार देश में परचम फैला चूका इंदौर शहर ,कहने को मुख्यमंत्री के सपनों का शहर लेकिन सपने में भी नहीं दीखता इंदौर,विजयवर्गीय के बाद जितने भी मंत्री रहे उनका शहर के लिए कोई विशेष योगदान नहीं
द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर
विधानसभा चुनाव में प्रदेश की 164 सीटों में से इंदौर की सभी 9 सीटों और शहर की पांचों सीटों पर शहर की जनता ने भाजपा के समर्थन में मोहर लगा दी ,जहाँ भाजपा को सभी 9 सेटों पर जीत मिली वहीँ पिछले चुनाव में कांग्रेस के 3 विधायकों के पत्ते भी इस बार शहर ने काट दिए और कमल पर भरोसा जताया ! प्रदेश की आर्थिक राजधानी के साथ शहर देश का भी गौरव हे और लगातार 6 बार स्वत्छता का सिरमौर बना हुआ हे ! शहर की तारीफ में खुद प्रधानमंत्री भी कई बार कसीदे पढ़ चुके हैं और खुद मुख्यमंत्री ऐसे अपने सपनों का शहर कहते हैं ! प्रदेश के कुल सकल घरेलु उत्पाद का लगभग 33 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखने वाला यह शहर ट्रेडिंग और मेन्यूफैक्चरिंग इंडस्ट्री का हब भी बनते जा रहा हे ,साथ ही देश की बड़ी आईटी कंपनियों की भी पहेली पसंद भी बन गया हे !
दोनों ही विधायकों के जितने और रिकॉर्ड अपने नाम करने के बाद अब शहर दोनों को ही मंत्री पद देने की मांग करने लगा हे ,समर्थकों के अलावा अब आम जनता भी दोनों के साथ खड़ी होती दिख रही हे, विधायक मेंदोला जहाँ हर बार भाजपा संघठन के लिए संकट मोचक का रोल अदा कर चुके हैं ,एक नहीं कई बार जहाँ जहाँ भी संघठन को मेंदोला की ज़रूरत पड़ी वहां मेंदोला ने ही अपने कुशल प्रबंधन से भाजपा की नैया पार लगाई,और इस बार चारों प्रदेश में सबसे अधिक मतों से जीत भी अपने खाते में दर्ज करी !
वहीँ विधायक हार्डिया लगातार पांचवी बार जितने का रिकॉर्ड अपने नाम कर गए ,विधायक हार्डिया जिनकी सधी हुई और सटीक कार्यशैली की दुनिया कायल हे,वे लगातार जनता के बीच बने रहकर जनता की समस्याओं को उचित फोरम पर उठाते रहे हैं ,वर्ष 2016 में जहाँ किसानों में सरकार के विरोध में पनप रहे गहरे असंतोष को भी हाईकमान तक पहुँचाने में हार्डिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही थी , बेशक तत्समय तो सरकार ने उस और ध्यान नहीं दिया लेकिन 2018 के चुनाव परिणामों में उसका असर भी भाजपा ने देखा ! वर्षों से अपने घरों का सपना संजोय हज़ारों परिवारों की लड़ाई भी हार्डिया ने ही लड़ी और परिणाम यह हुआ के खुद मुख्यमंत्री ने हज़ारों परिवारों के सामने ब्रिलियंट कन्वेशन में जनता को न्याय दिलाने का वादा किया ! प्राधिकरण से पीड़ित सहकारी संस्थाओं को भी न्याय दिलवाने में बाबा की महत्वपूर्ण भूमिका रही ,अपनी चीर परिचित गुमराह करने शैली के कारण कुख्यात हो चुके प्राधिकरण के अधिकारीयों को दस्तावेजी साक्ष्य रख कई बार आइना दिखने का काम भी बाबा ने ही किया और अब पीड़ित परिवार न्याय मिलने की दहलीज़ पर खड़े हैं !
समर्थकों का कहना हे की बेशक दूसरी विधानसभाओं को इंदौर की अयोध्या कहा जाता हे लेकिन असल मायनों में शहर की अयोध्या विधानसभा ५ ही हे ! शहर के दोनों दिग्गजों के साथ अब शहर की जनता इन्हे सरकार में प्रतिनिधित्व देने की मांग करने लगी हे ताकि शहर को और पुरे प्रदेश को इनके अनुभव का लाभ मिल सके !