पूर्वी इंदौर में अनैतिक गतिविधियों का बढ़ता खतरा: प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग

महालक्ष्मी नगर, निपानिया, विजय नगर और तुलसी नगर जैसे प्रमुख रिहायशी इलाके अब ड्रग्स और देह व्यापार का अड्डा बनते जा रहे हैं। अवैध रूप से संचालित होटलों और हॉस्टलों ने इन क्षेत्रों को अपराधियों का सुरक्षित ठिकाना बना दिया है,शिक्षा की जगह बन रहे अनैतिक गतिविधियों के केंद्र । स्थानीय रहवासियों की लगातार शिकायतों के बावजूद न तो निगम प्रशासन और न ही पुलिस प्रशासन की ओर से कोई ठोस कार्रवाई हुई है।

पूर्वी इंदौर में अनैतिक गतिविधियों का बढ़ता खतरा: प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग

द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर 

25 साल पहले महालक्ष्मी नगर में आयोजित वृहद अश्वमेघ यज्ञ ने इस क्षेत्र को पवित्रता का प्रतीक बनाया था। आज वही स्थान अनैतिक गतिविधियों का केंद्र बनता जा रहा है। शिक्षा के नाम पर अन्य जिलों से आए युवक-युवतियों की बेलगाम गतिविधियों ने क्षेत्र की शांति भंग कर दी है। प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास ने भी इस शहर की स्थिति पर कटाक्ष करते हुए कहा था कि "बेलगाम नशे की हालत में ग्रहण की गई शिक्षा स्थायित्व नहीं ला सकती, जो देश के लिए गंभीर खतरा है, शहर में बढ़ रही कोचिंग संस्कृति कहीं न कही प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की विफलता की कहानी बयां कर रही हे !" 

शहर की आबोहवा देख विचलित हुए प्रख्यात संत प.धीरेन्द्र शास्त्री और भारतीय किसान संघ ने भी शहरीकरण के कारण गांवों से हो रहे पलायन और शिक्षा के नाम पर बढ़ते खर्च को लेकर चिंता जताई है। संघ ने गांवों के लिए अलग मास्टर प्लान बनाने की मांग की है ताकि इस समस्या को जड़ से रोका जा सके।

अवैध होटल और हॉस्टल अपराधियों के ठिकाने

महालक्ष्मी नगर, विजय नगर और तुलसी नगर में चल रहे अवैध होटलों और हॉस्टलों में रातभर पार्टियां, ड्रग्स का कारोबार और देह व्यापार खुलेआम चल रहे हैं। स्थानीय निवासी इन गतिविधियों पर रोक लगाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन भ्रष्टाचार और "हफ्ता" वसूली के चलते प्रशासन आंखें मूंदे बैठा है।

ड्रग्स बेचते डॉक्टर का खुलासा

हाल ही में गिरफ्तार एक डॉक्टर ने कबूल किया कि वह न सिर्फ इन इलाकों  ड्रग्स छिपाकर बेचता था बल्कि लड़कियों के चक्कर में खुद लड़कियों का भेष बनाकर लड़कियों जैसी हरकतें करता था ,यह सब नशे और लड़कियों की लत का परिणाम था । उसने बताया कि विजय नगर और महालक्ष्मी नगर के कई होटलों में ड्रग्स और देह व्यापार जैसी गतिविधियां होती हैं।

रहवासियों का आरोप: प्रशासन का भ्रष्टाचार

स्थानीय निवासियों का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारियों को नियमित रूप से लाखों रुपये का हफ्ता मिलता है। इसी वजह से अवैध गतिविधियों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। यहां तक कि मकान मालिक भी अधिक किराये के लालच में इन गतिविधियों को नजरअंदाज करते हैं।

जनप्रतिनिधियों और रहवासियों की प्रतिक्रिया

महेंद्र हार्डिया (विधायक, इंदौर-5):

"मुझे लगातार शिकायतें मिल रही हैं और मैंने खुद क्षेत्र का दौरा किया है। जल्द ही पुलिस आयुक्त और निगम आयुक्त को पत्र लिखकर इस समस्या का हल निकालने की मांग करूंगा। अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो मुख्यमंत्री से बात करूंगा।"

ब्रजेश पचौरी (सचिव, महालक्ष्मी नगर रहवासी संघ):

"हम कई वर्षों से अवैध गतिविधियों और अवैध होटलों/हॉस्टलों के खिलाफ शिकायतें कर रहे हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। 40% से अधिक संपत्तियां किराये पर दी गई हैं, जहां युवक-युवतियां अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हैं। मकान मालिक भी अत्यधिक किराया पाने के लालच में इन शिकायतों को अनसुना कर देते हैं।"

यह स्थिति पूर्वी इंदौर की छवि को कलंकित कर रही है। यदि प्रशासन ने समय रहते सख्त कार्रवाई नहीं की, तो यह क्षेत्र अपराध का बड़ा केंद्र बन सकता है। निगम प्रशासन और पुलिस से अपील है कि अवैध गतिविधियों पर रोक लगाई जाए और दोषियों को कड़ी सजा दी जाए।