“शहजादा” तो साबित हुई टांय-टांय फिस्स

कार्तिक आर्यन ने `शहजादा’ फिल्म के जरिए एक्शन पैक्ड हीरो का अवतार लेने की कोशिश की, लेकिन वे औंधे मुंह गिरे। फिल्म शुरू हुई तो लगा कि यह पहले से ही देखी हुई है, और फिर 5 मिनिट के अंदर याद आ गया, ओ तेरी की... ये तो अल्लू अर्जुन की सुपर हिट फिल्म `अला वैकुंडपुरमलो’ की कॉपी है।

“शहजादा” तो साबित हुई टांय-टांय फिस्स
Shehzad Movie Review

कुछ तो ओरिजनल बना लो रे बॉलीवुड वालों, कितना कॉपी करोगे

फिल्म रिव्यू. एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क।

बॉलीवुड वाले इसे कॉपी करना नहीं मानते, उनके हिसाब से ये रीमेक है। अरे यार... रीमेक बोलो या कॉपी, है तो नकल ही न। खैर नकल में भी अकल लगा लेना चाहिए, पर बॉलीवुड में तो मानो अकल का अकाल सा प़ड़ा हुआ है, सो नकल भी एकदम डिक्टो ही करेंग्। अब इसका क्या करें कि ये डिक्टो नकल दम नहीं भर पाती। या तो स्टारकास्ट अच्छी हो तो थोड़ा चल भी जाए, लेकिन यहां तो स्टारकास्ट भी ऐसी कि उफ तौबा।

कार्तिक से अगर ये उम्मीद करोगे कि वे अल्लु अर्जुन के रोल में फिट दिखें, तो ये कुछ ऐसा ही होगा, जैसे 10 साल के बच्चे से इंटर की एग्जाम पास होने की उम्मीद की जाती है। खैर कार्तिक को लेकर खुद कार्तिन ने ही एक ऐसा दांव खेल डाला, जो पिटना तो तय ही था और पिट गया।

प्लॉट –

2020 में आई `अला वैकुंढपुरमलो’ की कहानी ही है। एक ही रात दो बच्चे पैदा होते हैं, एक अमीर घर में, एक उनके एंप्लाई के यहां। एंप्लाई हरामखोरी दिखाते हुए बच्चों को बदल देता, यह सोचकर कि उसका बच्चा शहजादा बनेगा। पर यहां दिखाया गया कि परवरिश चाहे जैसी हो, गुण तो डीएनए में होते हैं। असल बेटा ही एक्शन अवतार में अपने असली परिवार की परेशानियों को दूर करता है और असली शहजादा साबित होता है।

डायरेक्शन-

कहानी तो कॉपी कर ली, लेकिन उसका वो प्रेजेंटेश कहां से लाते। रोहित धवन ने निर्देशन की कमान संभाली, सीन टू सीन कॉपी करने की कोशिश की, लेकिन इतने घटिया तरीके से कि तरस आता है बंबईयां डारेक्टरों और उनकी क्रियेटिविटी पर। खैर न तो कलाकारों से सही से काम ले पाए और न ही कार्तिक के एक्शन अवतार को प्रभावशाली बना पाए।

एक्टिंग-

आर्यन भैय्या... आप मान क्यों नहीं लेते कि आप लोग चॉकलेटी और छिछोरे टाइप रोल के लिए ही पैदा हुए हो, ये ढिंशूम-ढिंशूम टाईप के एक्स्ट्रा एक्शनपैक्ड सींस आपके चेहरे को सूट नहीं करते हैं। और आपने तो अल्लू अर्जुन के एक्शन अवतार को कॉपी करने की कोशिश कर डाली, हाउ एंबेरेसिंग। कृति टांगे दिखाने से फुर्सत पा जाओ तो थोड़ा चेहरे के इमोशंस पर भी ध्यान दे लेना। वैसे भी आजकल का ट्रेंड है कि हीरो-हीरोईन स्टारडम के दम पर बने रहना चाहते हैं और सपोर्टिंग कास्ट तालियां बटोर लेती है, कुछ-कुछ यहां भी ऐसा ही है।

क्यों देखें –

अरे भैय्या... बहुत ही पकाऊ साबित होने वाली है यह फिल्म। वेस्ट ऑफ टाईम और वेस्ट ऑफ मनी दोनों का अवार्ड पहले से ही इस फिल्म के नाम। हां थोड़े बहुत फनी सींस जरूर हैं, जिन पर हंसी आत है, पर उसके लिए दो-ढाई घंटे थियेटर में बैठना, वो भी पैसे खर्च करके, समझ नहीं आएगा। इसके लिए सोशल मीडिया पर तमाम रील्स और मीम्स चल ही रही हैं।

कास्ट एंड रिटर्न –

फिल्म का बजट 75 करोड़ रुपए है और पहले दिन का कलेक्शन 6 करोड़ का रहा।

रैटिंग – वैल्यू फॉर मनी – 2.5/10 स्टार, वैल्यू फॉर टाइम – 2.5/10 स्टार

आईएमडीबी रैटिंग – 8.8/10 स्टार (लगता है कि आईएमडीबी वालों को रेटिंग देते समय `अला वैकुंढपुरमलो’ दिखा दी गई होगी।)

क्रू एंड कास्ट के लिए विकीपीडिया के लिए यहां क्लिक करके देख सकते हैं –

https://en.wikipedia.org/wiki/Shehzada_(2023_film)

या आईएमडीबी के लिए यहां क्लिक करके देख सकते हैं –

https://www.imdb.com/title/tt13130948/fullcredits/?ref_=tt_ql_cl