एक बार तो देख सकते हैं “मिसेज अंडरकवर” का एक्शन
फिल्म का नाम सुनकर अगर आप यह सोच रहे हैं कि आपको थ्रिल, एक्शन और एडवेंचर से भरी जासूसी फिल्म देखने को मिलेगी, तो आप बिल्कुल गलत सोच रहे हैं। फिल्म में न वैसा एक्शन देखने को मिलेगा, न वैसा थ्रिल और ना ही कोई सस्पेंस।
गुदगुदाने के साथ बार-बार हंसाती है पति और बच्चों में उलझी स्पेशल फोर्स एजेंट
फिल्म रिव्यू. एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क।
इस फिल्म में एक लेडी जासूस है तो सही, लेकिन फिल्म पूरी तरह से हल्की-फुल्की कॉमेडी फिल्म है। इसमें कुछ एक्शन सींस हैं, मगर वह इसलिए, क्योंकि इस फिल्म का नाम ही `मिसेज अंडरकवर’ है। फिल्म में एक विलन भी है, अब क्योंकि विलन है तो कुछ कत्ल भी करता है, खुद को विलेन साबित करने के लिए, लेकिन उसके हिस्से में स्क्रीन प्रेजेंस काफी कम आई है।
वैसे फिल्म पूरी तरह एक हाउसवाइफ की कहानी है, जो अंडरकवर एजेंट भी है। अपने घर गृहस्थी के साथ वह अपनी ड्यूटी कैसे पूरी करती है, पूरी पिक्चर इसी पर बनी हुई है और यहीं कुछ फनी और कॉमेडी सींस बनते हैं। फिल्म और विलन का अंत यूं ही हो जाता है, अचानक से जैसी किसी ने उम्मीद ही नहीं की थी, ना कोई एक्शन, ना कोई एडवेंचर और ना कोई थ्रिल।
प्लॉट –
(रायटर : अबीर सेनगुप्ता, अनुश्री मेहता)
`मिसेज अंडरकवर’ फिल्म की कहानी बस इतनी सी है कि दुर्गा, जो कि एक हाउसवाइफ है, वह स्पेशल फोर्स की एजेंट भी है, जिसे अंडर कवर रखा गया है। फिल्म का प्लॉट कोलकाता का है, जहां एक सीरियल किलर अजय (कॉमन मैन), कुछ महिलाओं को केवल इसलिए मार रहा होता है, क्योंकि वे वुमन एंपावरमेंट की बात करती हैं और ऐसा काम करती हैं, जो उस विलन के अनुसार औरतों को नहीं करना चाहिए। बस इसी विलेन को पकड़ने के लिए दुर्गा से कांटेक्ट किया जाता है। फिर दुर्गा अपनी घर गृहस्थी के बीच सामंजस्य बिठाते हुए कैसे उस विलन तक पहुंचती है और कैसे उसका खात्मा करती है, यही इस फिल्म की कहानी है।
डायरेक्शन-
(अनुश्री मेहता)
एक हल्की-फुल्की कहानी को स्क्रीन पर उतारने की कला अनुश्री ने बखूबी दिखाई है। उन्होंने सभी किरदारों से उनकी क्षमता और कैरेक्टर के हिसाब से काम भी लिया और फिल्म को किसी भी लेवल पर बोरिंग भी नहीं होने दिया। क्योंकि कहानी एक अंडरकवर एजेंट की है और ऐसा लगता था कि पूरी कहानी एक्शन और एडवेंचर से भरपूर होगी, लेकिन निर्देशक ने इस कहानी को कुछ अलग ढंग से पेश किया है। एक हाउसवाइफ को 10-12 साल बाद जब यह पता चले कि वह अंडरकवर एजेंट है और उसे एक मिशन सौंप दिया जाए तो वह अपनी सामान्य जिंदगी के बीच उस मिशन को कैसे अंजाम देती है और उसकी जिंदगी में इस सबको को लेकर क्या-क्या मुश्किलें आती हैं और वह कैसे उनका हल निकालती है, इसको निर्देशक ने बेहद खूबसूरती से पर्दे पर उतारा है।
एक्टिंग-
(स्टार कास्ट : राधिका आप्टे, राजेश शर्मा, सुमीत व्यास, अंगना रॉय, लबोनी सरकार, अमृता चट्टोपाध्याय, अक्षय कपूर, इंद्राशीष राय, विश्वजीत चक्रवर्ती)
एक्टिंग के मामले में राधिका आप्टे ने उम्दा काम किया है। एक सिंपल हाउसवाइफ के रूप में उन्होंने अपने किरदार में पूरी तरह घुसकर दिखा दिया। साथ ही अंडरकवर एजेंट के किरदार को भी ऐसे निभाया कि देखते ही बनता है। दोहरे चरित्र के रूप में उन्होंने अपनी भूमिका से न्याय किया है, लेकिन असल में देखा जाए तो दमदार कैरेक्टर सुमित का है, जिन्होंने अपने प्रभावी अभिनय से उस किरदार में पूरी तरह से जान डाल दी। राधिका के साथ काम करने वाले अन्य किरदारों राजेश, साहेब, रोशनी, लबोनी ने भी बिल्कुल नेचुरल एक्टिंग की है और ऐसा कहीं लगा ही नहीं की किसी ने भी ओवर एक्टिंग का डोज दिया हो।
क्यों देखें –
अरे यार...इस सप्ताह कोई और फिल्म तो आई नहीं। हल्की-फुल्की कॉमेडी और मेलोड्रामा फिल्म देखने का मजा लिया जा सकता है। वैसे भी फिल्म ओटीटी पर रिलीज हुई है, यानी सिनेमाघर जाने की जरूरत नहीं है, घर बैठे एंज्वाय करो। लो बजट में बनी यह फिल्म कहीं गुदगुदा जाती है, तो कहीं थोड़ा इमोशनल भी कर देती है। वुमन एंपावरमेंट का संदेश भी इस फिल्म से दिया गया है, तो इस सप्ताह सिनेमा घर जाने की यह अच्छी चॉइस हो सकती है।
कास्ट एंड रिटर्न –
फिल्म का बजट 15 करोड़ रुपए है और अभी कलेक्शन रिपोर्ट नहीं आई है।
रैटिंग – वैल्यू फॉर मनी – 7/10 स्टार, वैल्यू फॉर टाइम – 8/10 स्टार
आईएमडीबी रैटिंग – 8.6/10 स्टार
फुल क्रू एंड कास्ट के लिए विकीपीडिया के लिए यहां क्लिक करके देख सकते हैं –
https://en.wikipedia.org/wiki/Mrs_Undercover
या आईएमडीबी के लिए यहां क्लिक करके देख सकते हैं –
https://www.imdb.com/title/tt14339846/fullcredits/?ref_=tt_ql_1