रामलला के स्वागत मे खजराना मे लगातार 6 घण्टे होगा शंखनाद

22 जनवरी को प्रथम पूज्य श्री गणेश दरबार खजराना मे होगा शन्ख्ननाद, लगातार 6 घण्टे बजेगा शंख ,51 के करीब श्रद्धालु बजायेंगे शंख

रामलला के स्वागत मे खजराना मे लगातार 6 घण्टे होगा शंखनाद

द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर 

22 जनवरी का दिन सनातन भारत के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों से लिखा जाने वाला दिन होगा ,लगभग 500 साल बाद एक बार फिर एक लम्बी लड़ाई के बाद मर्यादा पुरषोत्तम भगवान श्री राम पवित्र मूर्ति की अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा की जाना हे ! पुरे भारत में एक उत्सव का माहौल बन चूका हे और देशवासी एक बार फिर दिवाली जैसी तैयारी करने लगे हैं ! हर शहर हर गांव  भगवा रंग से पट चूका हे ,हर छोटे बड़े मंदिर को भव्य सजावट से सजा दिया गया हे ! अपने आराध्य देव भगवान श्री राम के स्वागत की तैयारी हर छोटा बड़ा शख्श पुरे दिल से करने को उतारू हे ! तरह तरह के आयोजन गलियों और बस्तियों में होने की तैयारी हे ! पिछले 5 दिनों से देश भर में  प्रभात फेरियां निकली जा रही हैं ! पुरे देश के प्रसिद्ध मंदिरों से तरह तरह के प्रसाद अयोध्या पहुँचने लगे हैं ! साधु संत ,नेता ,अभिनेता और पुरे देश की जनता राममय हो चुके हैं ,हर किसी की ज़ुबान पर सिर्फ एक ही नाम "जय सिया राम " ! हर जगह देख कर लग रहा हे की देश का सबसे बड़े त्यौहार दिवाली से भी बड़ा दिन शायद २२ जनवरी होने वाला हे ! 

भव्य स्वागत की तैयारियों के बीच श्री महाकाल और श्री ओम्कारेश्वर के बीच प्रसिद्ध तीर्थ  इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में भी जोर शोर से तैयारियॉं शुरू हो चुकी हैं ,रामलला के  प्रतिष्ठा समारोह के स्वागत में एक अनूठा आयोजन इंदौर की एक संस्था ने किया हे ! 22 जनवरी की सुबह 5 बजे से 12 बजे तक लगातार शंखनाद किया जायेगा ! लगभग 51 लोग एक के बाद एक शंखनाद कर रामलला का स्वागत करेंगे ! भगवा या सफेद वस्त्र धारण कर श्रद्धालु शखनाद कर रामलला के स्वागत की तैयारी में लग चुके हैं ! आयोजक ,प.मोहन भट्ट  ,प अशोक भट्ट  ,श्री पुनीत भट्ट  ,आचार्य निर्भय शुक्ल एवं संतोष जैन ने बताया की जो भी श्रद्धालु शंखनाद के इस भव्य आयोजन में अपना योगदान देना चाहते हैं उन्हें दिए गए नम्बरों (9770056006 ,9039252224 ) पर रजिस्ट्रेशन करना होगा और समिति द्वारा निर्धारित परिधान पहन साथ  मे शंख ले कर सुबह 5 बजे खजराना मंदिर में आना होगा ! उन्होंने आगे बताया की जिस पैमाने पर लोगों में इस कार्यक्रम के लिए उत्साह देखने को मिल रहा हे उसके हिसाब से यह अपने आप में एक रिकॉर्ड भी बन सकता हे ,और रामलला के स्वागत में अगर ऐसा होता हे तो शहर के लिए गर्व की बात होगी ! 

अयोजको ने बताय कि पूजा-पाठ में शंख का विशेष महत्व माना गया  है.  धार्मिक कार्यों में शंख बजाना बहुत शुभ माना जाता है. माना जाता है कि देवताओं को शंख की आवाज बहुत पसंद है और इससे प्रसन्न होकर भगवान भक्तों की हर मनोकामनाएं  पूरी करते हैं. वास्तु के अनुसार शंख बजाने से आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है. उत्तर पूर्व दिशा में शंख रखने से घर में खुशहाली आती है. पुराणों के अनुसार शंख समुद्र मंथन में से निकले 14 रत्नों में से एक है. भगवान विष्णु को शंख अत्यंत प्रिय है. इसलिए भगवान श्री नारायण की पूजा में शंखनाद जरूर होता है.

ध्वनि का प्रतीक माना जाता है शंख

भगवान विष्णु अपने एक हाथ में शंख धारण करते हैं. शंख नाद ध्वनि का प्रतीक माना जाता है. अध्यात्म में शंख ध्वनि ओम ध्वनि के समान ही मानी गई है. शंख बजाने घर से नकारात्मक ऊर्जाएं नष्ट होती हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. शंख की ये ध्वनि आत्म नाद यानी आत्मा की आवाज की शिक्षा देती है, जो हर कर्म से पहले हमारे भीतर गूंजायमान होता है. शंख जीव को आत्मा से जुड़ने का ज्ञान देता है.