ये किसा हिंदुत्व ,ये कैसा सनातन
लोग प्रतिष्ठानों का नाम भगवान के नाम पर रख रहे ,फिर हर जगह प्रतिष्ठान का विज्ञापन ,उसी विज्ञापन पर लोग कर रहे गंदगी ,विधायक से ले कर धर्मगुरु भी नाराज़ ,निगम के पास निति नहीं ,होता हे शहर की आमदनी का नुकसान,पहुँच रही धार्मिक भावनाओं को ठेस ,खुद भगवान बेबस,नहीं आती लोगों को शर्म
द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर
खुद के फायदे खुद के नाम के लिए कलयुगी मानव इतना स्वार्थी हो चूका हे की उस अदृश्य ताकत का भी मज़ाक उड़ाने लगा ,गले में कंठिका ,हाथ में रक्षा सूत्र और प्रतिष्ठान का नाम भगवान के नाम पर लेकिन कर्म राक्षसों से भी गंदे ! जगह जगह दीवारों पर/बॉउंड्रीवाल पर प्रतिष्ठानों के बिना अनुमति लिए विज्ञापन ,उसी विज्ञापन पर लोग कर रहे गंदगी ! गणेश चतुर्थी ,नवरात्री ,रामनवमी पर भी यात्राओं के बहाने भगवान् से बड़े अपने चित्र लगा कर पर्चे बांटे जाते हैं ,फिर उन्ही पर्चों का इस्तेमाल लोग गंदगी साफ़ करने के लिए इस्तेमाल कर लेते हैं या फिर वही पर्चे लोग के पैरों तले कुचले जाते हैं ! राष्ट्रिय ध्वज को अपमान करने पर तो सजा का प्रावधान हे लेकिन भगवान का नाम इस तरह इस्तेमाल करने पर कोई कानूनी प्रावधान नहीं !
धार्मिक भावनाओं को ठेस और हो रहा निगम को नुकसान
कलयुगी इंसान के इस कुकृत्य से न सिर्फ सनातनी समाज की भावनओं को ठेस पहुँच रही हे बल्कि निगम को भी विज्ञापनों से होने वाली आय का नुकसान होता हे और शहर हित में कार्य करने के लिए राशि की कमी होती हे ! धार्मिक गुरुओं का भी कहना हे की भगवान् के नाम के साथ कई नियम भी होते हैं यही सनातन हे ,यह एक अदृश्य सत्ता होती हे जो दीखती नहीं लेकिन फिर भी ताकतवर हे,पुरानी कहावत हे भगवान की लाठी में आवाज़ नहीं होती लेकिन इस बात को लोग समझ नहीं रहे हैं ! भगवान को मानने और पूजन पाठ करने का सबका अधिकार हे लेकिन नियमों का भी ध्यान रखना चाहिए ! कई युवा आज नशे की हालत में मंदिरों में भी जा रहे हैं जो सनातन के खिलाफ हे ,कई तो मंदिरों में बैठ कर नशा करते हैं ! ईश्वर को सच्चे दिल से मानने वाला अपवित्र हाथों से प्रसाद भी ग्रहण नहीं करता इस बात को लोगों को समझना होगा !
"हर जगह बिना अनुमति के प्रतिष्ठानों के विज्ञापन न सिर्फ शहर की सुंदरता को ख़त्म कर रहे हैं बल्कि निगम की आय पर भी विपरीत असर डाल रहे हैं, में निगम को इस और ठोस निति बनाने का पत्र भी लिखूंगा !" महेंद्र हार्डिया -विधायक म.प्र शासन
बाईपास पर हर जगह बाउंड्रीवाल पर भगवान के नाम वाले प्रतिष्ठानों के विज्ञापन देखने को मिल जाते हैं ,वहीँ लोग उस पर हर तरह की गंदगी कर रहे हैं जो सनातन के खिलाफ हे ,प्रतिष्ठानों के कर्ताधर्ताओं को ऐसा कृत्य करने के पहले सोचना चाहिए ! प.अशोक भट्ट (मुख्य पुजारी खजराना गणेश मंदिर)