बैंकों में बंधक भूमियों की हो रही खरीद फरोख्त, भूमाफिया सक्रिय 

भूमि विकास बैंक का कर्जा होने के बाद भी भूमाफियाओं ने जमीन की खऱीदी बिक्री कर दी। इसके लिए झूठे शपथ-पत्र का सहारा लिया गया, जिसकी जमीन है, अब वो किसान यहां से वहां शिकायतों और आवेदन में भटक रहा है।

बैंकों में बंधक भूमियों की हो रही खरीद फरोख्त, भूमाफिया सक्रिय 

झूठे शपथ पत्र दे कर किया जा रहा खेल, बैंकों के विलय का उठाया जा रहा फायदा

भूमि विकास बैंक का चार लाख बकाया, फिर भी कोर्ट में कहा, कुछ भी बकाया नहीं

द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क, इंदौर।

पिछले दिनों एक्सपोज़ लाइव ने मुरादपुरा के सर्वे क्र. 345 /1 /1 और 346 /1 की कृषि भूमि में हो रहे फर्जीवाड़े को उजागर किया था। उक्त भूमि किसान द्वारा मुंहबदला कर ली गयी थी और दूसरा किसान उस पर वर्षों से खेती कर रहा है।  

दूसरे किसान द्वारा भूमि की रजिस्ट्री अपने पक्ष में दस्तावेज होते हुए भी नहीं करवाई गई थी,  जिसका फायदा लेते हुए पहले किसान ने भूमि की रजिस्ट्री भूमाफिया को कर दी। जिस पर भूमि विकास बैंक का तकरीबन 4 लाख का कर्ज भी बकाया है। नियमानुसार जब तक कर्ज पूरा नहीं हो जाता तब तक भूमि बेचीं नहीं जा सकती। 

और जानकारी निकलने के बाद खुलासा हुवा कि जगदीश चौधरी निवासी महेश नगर, जिसके पक्ष में रजिस्ट्री हो चुकी है, ने न्यायलय में झूठा शपथ पत्र दे कर नामांतरण भी अपने पक्ष में करा लिया है। शपथ पत्र में कहा गया है कि भूमि पर कोई कर्ज बाकि नहीं है। अब न्यायलय में रजिस्ट्री शून्य करने और नामांतरण ख़तम करने का आवेदन भी दूसरे किसान ने लगा रखा है। 

नहीं बख्शे जाएंगे धोखेबाज़

प्रशासन के साथ की गयी धोखाधड़ी पर शीघ्र कार्यवाही कर FIR दोषियों के ऊपर की जाएगी। बैंक का विलय हो जाने का फायदा भूमाफिया ने लिए है। मेरे द्वारा हर स्तर पर पत्राचार पहले ही किया जा चूका है। झूठे शपथ पत्र दे कर नामांतरण करवा लिया गया है।

  • डीडी परिहार,  (सहकारिता) प्रशासक भूमि विकास बैंक

पढ़ें घपले की असली खबर यहां - मुरादपुरा और महेश नगर के बंटी बबली