किसान घर बैठे बेच सकते हैं अपनी फसल

किसान अब घर बैठे-बैठे ही अपनी फसल तय कीमत पर बेच सकते हैं। उन्हें सह सुविधा मप्र राज्य कृषि विपणन बोर्ड भोपाल द्वारा बनाए गए एमपी फार्म गेट एप के माध्यम से मिली है।

किसान घर बैठे बेच सकते हैं अपनी फसल

'एमपी फॉर्म गेट' एप की मदद से होगी फसलों की खऱीदी-बिक्री, मंडी प्रशासन की भी होगी सहभागिता

द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क, इंदौर।

MP में किसानों को अब अपनी उपज बेचने के लिए मंडियों में ट्रॉली भरकर व्यापारियों के यहां धक्के नहीं खाना पड़ेंगे, नीलामी में परेशान नहीं होना पड़ेगा। मप्र सरकार ने इसके लिए एक मोबाइल एप 'एमपी फॉर्म गेट' तैयार किया हैं। किसान अपनी फसल मंडी में ले जाए बगैर इसके माध्यम से विक्रय कर सकेंगे।

जानकारी अनुसार किसानो को मोबाइल एप पर फसल की गुणवत्ता, उसका वजन, अपेक्षित कीमत से लेकर तमाम आवश्यक जानकारी अपलोड करना होगी। इच्छुक व्यापारी एप पर जानकारी देखकर खुद किसान से संपर्क करेंगे। इस पूरी प्रक्रिया व खरीद-बिक्री के दौरान मंडी प्रशासन भी शामिल रहेगा। 

सहायक संचालक मंडी बोर्ड भोपाल ने बताया कि सिर्फ 6 महीने में ही प्रदेश के 13 हजार किसान इसका लाभ ले चुके हैं। उन्होंने 62 लाख क्विंटल से ज्यादा की कृषि उपज एमपी फार्म गेट एप के माध्यम से बेची।

इस तरह काम करता है एप

1. गूगल प्ले स्टोर से एमपी फार्म गेट एप फ्री में डाउनलोड किया जा सकता है।
2. किसान को इसमें खुद रजिस्टर कराना होता है।
3. वह मप्र की सभी मंडी के वहां के भाव और व्यापारी की लिस्ट देख सकते हैं।
4. किसान खुद व्यापारी को चुन सकता है।
5. उसके बाद तौलकांटा लेकर व्यापारी किसान के पास पहुंचता है।
6. वहां से उपज लेने के बाद वह 2 लाख रुपए तक का नकद भुगतान कर सकता है।
7. इससे अधिक उसे आरटीजीएस से पेमेंट करना होता है।
8. पेमेंट मिलते ही किसान एप पर ही राशि प्राप्त होने की सहमति देता है।

सारे प्रदेश की मंडियों के भाव से अपडेट रहेंगे

किसान 'एमपी फार्म गेट' एप मोबाइल एप के माध्यम से किसान मंडी में आए बिना अपने घर, गोदाम, खलिहान से भी अपनी कृषि उपज का विक्रय कर सकते हैं। इस एप किसान प्रदेश की मंडियों में विक्रय की जाने वाली उपजों के दैनिक भाव की जानकारी भी प्राप्त कर सकते हैं। किसानों से इस एप को अपने एंड्राइड मोबाइल में इंस्टाल कर राज्य शासन एवं मंडी बोर्ड के इस सिस्टम से सीधे जुड़ सकते हैं। सरकार ज्यादा से ज्यादा किसानों के मोबाइल में यह एप डाउनलोड करवा के लिए अभियान चलाएगी।