जिला पंजीयक कार्यालय ने निजी व्यक्ति को कर दी सरकारी ज़मीन की रजिस्ट्री 

ऐसी संपति जो बैंक में बंधक है संबंधित द्वारा ध्यान नहीं देने के कारण भू-माफिया सक्रिय हैं। कई सम्पतियों पर  न्यायालय विवाद प्रचलन में होने के बावजूद राजस्व रिकॉर्ड में 12 नंबर कॉलम में संपत्ति गिरवी होने का स्पष्ट उल्लेख होने के बावजूद किसी तीसरे पक्ष के नाम पर रजिस्ट्री कर दी गई, जबकि कई सारी जानकारियां रजिस्ट्रार के पास ऑनलाइन मौजूद होती हैं, लेकिन बिना जांचे परखे धड्ड्ले से रजिस्ट्रियां निष्पदित की जा रही हैं।

जिला पंजीयक कार्यालय ने निजी व्यक्ति को कर दी सरकारी ज़मीन की रजिस्ट्री 

द एक्सपोज लाइव न्यूज़ नेटवर्क, इंदौर

एम.पी.17911021 ए 1136191 दी. 09/02/2021 के द्वारा हेन्द्रसिंह पिता भंवर सिंह जादोन निवासी 315 जगजीवन राम नगर ने वसीम पिता अज़ीज़ निवासी ग्राम पटवाखेड़ी तहसील सांवेर को शासकीय पटवाखेड़ी ग्राम तहसील सांवेर के सर्वे क्र. 124 का अंश भाग रकबा 0.013 हेक्टेयर सरकारी भूमि रजिस्ट्री कर बेच डाली। मामले का खुलासा नामांतरण प्रकरण क्रमांक 701/अ _6/2021/22 से हुआ, जब खरीददार द्वारा प्रकरण तहसीलदार के समक्ष लगाया गया  और पटवारी रिर्पोट में उक्त भूमि राजस्व अभिलेखों में चरनोई की मद में दर्ज थी। इसलिए यह नामांतरण आवेदन निरस्त हुआ। इस  प्रकरण में चरनोई की भूमि का पंजीयन कर दिया।  

एक्सपोज लाइव की अल्प समय की पड़ताल में ऐसे 10 से अधिक प्रकरण सामने आए हैं, जहां पर संपत्ति बैंकों में बंधक होने के बावजूद भी रजिस्ट्री लगातार हो रही है और भूमाफिया को पनपने दिया जा रहा है। सबसे बड़ा सवाल यहां यह उठता है कि आखिर सरकार को राजस्व का लालच है या दाल में कुछ और काला है? ऐसे प्रकरणों की सूची निम्नलिखित है, जिसमें संपत्ति बैंकों में बंधक होते हुए भी तीसरे पक्ष को बेच दी गई, जिसमें झूठे शपथ पत्रों का सहारा लिया गया और जिला पंजीयक कार्यालय द्वारा इस तथ्य को अनदेखा किया गया

ये हैं वे प्रकरण

रजि दान /विक्रय पत्र क्र.                   ग्राम         तारीख           प्र क्र                                          
एम् पी 179112020  ए 1644047   मुरादपुरा    18/01/23
एम् पी 179092022  ए 1316310   मुरादपुरा    25/03/22 
एम् पी 179112018  ए 1424064                   18/06/18   7426/अ -6/2022-23 में रजिस्टर्ड 
एम् पी 179092023  ए 11374331                 18/01/23     
एम् पी 179092017  ए 1473446                   17/08/17 
एम् पी 179092021  ए 11081080                 22/12/21 
एम् पी 179112022  ए 1273923                   15/03/22 
एम् पी 179112022  ए 1151913                   14/02/22 
एम् पी 179112022  ए 1280980                   16 /03 /22 
एम् पी 179112021  ए 11089743                 23 /12 /21 
एम् पी 179112021  ए 1484652                   25 /06 /21 
एम् पी 179112019  ए 1816367                   04 /12 /19  301 /अ -6/2019 -20

इन प्रकरणों के अतिरिक्त मुरादपुरा का प्रकरण दरबार सिंह अन्य द्वारा जगदीश दीपक को 19/5/22 को पंजीयन अभिलेख निस्पादित हुआ है जिसमें त्रिस्तरीय धोखाधड़ी  दिखाई पड़ती है और ऐसा लगता है की यह भूमि का पंजीयन नहीं होकर विवादित भूमि को हड़पने की विधिक प्रक्रिया हो।

सरकारी जमीनें भी बेची गईं

इतना ही नहीं शासकीय भूमियों की भी बेच दिया गया और रजिस्टार ऑफिस द्वारा इन्हे भी निष्पादित कर दिया गया। लेकिन अभी तक प्रशासन की निगाहें कुछ एक बड़े भूमाफियों तक ही सीमित दिखाई दे रही हैं। वहीँ कई ऐसे छोटे भू माफिया भी शहर में सक्रीय होते जा रहें हैं, जो प्रशासन की आँख में धुल झोंककर बड़ी सम्पतियाँ बनाते जा रहे हैं। ऐसे कई प्रकरण हमारी छानबीन में निकल कर आये हैं।