बिक रही है एमबीबीएस की डिग्री
डॉक्टर बनना है, वह भी कॉलेज जाए बिना। यदि हां, तो इन प्रतिष्ठित मेडिकल कोर्सेस की डिग्री बिक रही है, जिनके लिए लाखों विद्यार्थी हर साल नीट की परीक्षा देते हैं। कड़ी मशक्कत के बाद कुछ ही एडमिशन ले पाते हैं। पर कुछ लोग हैं जो यह दावा कर रहे कि बैक डेट में एमबीबीएस, बीएएमए, बीएचएमएस, बीएनवायएस जैसे कोर्स करवा सकते हैं। कॉलेज जाए बिना न सिर्फ डॉक्टर बनवा सकते हैं, बल्कि एमसीआई रजिस्ट्रेशन की गारंटी भी ले रहे हैं।
बीएचएमएस और बीएएमएस भी बैक डेट में करवाने का दावा
मेडिकल कोर्सेस को लेकर बड़े घोटाले की आशंका
केरल, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से जुड़े हैं गिरोह के तार
द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर। Indore News.
कंसल्टेंसी सर्विस की आड़ में इस तरह के कुछ गिरोह सक्रिय हैं और इनके तार केरल, उड़ीसा और छत्तीसगढ़ से जुड़े हैं। ये कंसल्टेंसी फर्म दावा कर रही हैं कि कुछ युनिवर्सिटियों में उनके कांटेक्ट हैं और इन्हीं युनिवर्सिटीज के जरिए ये कोर्स बैक डेट में करवा सकती हैं, वह भी एमसीआई रजिस्ट्रेशन के साथ। यानी जिस कोर्स के लिए विद्यार्थी पढ़-पढ़कर घिस जाते हैं, बिना नीट क्लीयरेंस, किसी मेडिकल कॉलेज में एडमिशन नहीं मिला, उन्हीं कोर्स की डिग्री घर बैठे हासिल कर सकते हैं। यदि इनके दावों में सच्चाई है तो ये प्रदेश के व्यापमं से भी ज्यादा बड़ा घोटाला साबित हो सकता है। यदि ये कंसल्टेंसी फर्म चीटिंग भी कर रही हैं तो भी बड़ा मामला है। क्योंकि इन कोर्स के लिए भारी-भरकम फीस की मांग की जा रही है। जांच एजेंसिया यदि इस मामले की तह में जाएं तो एक बड़े गिरोह का भंडाफोड़ हो सकता है।
इस तरह दे रहे झांसा
टेलीग्राम और व्हाट्सएप पर हेल्थ और मेडिकल जानकारियों के आदान-प्रदान के लिए कुछ ग्रुप बने हैं। इन्हीं ग्रुपों में कंसल्टेंसी सर्विसेस के लोग भी जुड़े हैं। इन ग्रुप्स में उनकी तरफ से मैसेज डाले जाते हैं। मैसेज का मजमून रहता है कि, एमबीबीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस और बीवायएनएस में कुछ सीटें खाली हैं। बैक डेट एडमिशन होगा, 2021 में पास आउट हो जाएंगे। सरकारी विश्वविद्यालय से करवाया जाएगा और एमसीआई रजिस्ट्रेशन भी होगा। पीजीआई कोर्स जर्मनी में करवाने और सरकारी नौकरी की भी ग्यारंटी दी जा रही है। कोर्स फीस एमबीबीएस के लिए 21 लाख और अन्य कोर्स के लिए 7.2 से 4.2 लाख बताई जा रही है।
कौन हैं ये लोग..?
बैक डेट का फास्ट ट्रैक मोड पर मेडिकल कोर्स करवाने का दावा करने वाले दो नाम सामने आए हैं। पहला है फ्लेमिंगो कंसल्टेंसी सर्विस का, जिसका पता है 35, लैमेक्स आर्केड, त्रिशूर, केरल। इस फर्म की तरफ से एमी रवींद्रन और जेपी ग्रुप्स पर लगातार पोस्ट डाल रहे हैं।
इन यूनिवर्सिटी से दावा
इस कंसल्टेंसी फर्म के अलावा कुछ और भी फर्म हैं। ये सभी दो युनिवर्सिटी से मेडिकल कोर्स करवाने का दावा कर रही हैं। पहली है भुवनेश्वर की उत्कल युनिवर्सिटी और दूसरी है छत्तीसगढ़ की पं. दीनदयाल उपाध्याय मेमोरियल हेल्थ साइंस एंड आयुस युनिवर्सिटी, जिसे सीजी हेल्थ युनिवर्सिटी कहा जाता है।
युनिवर्सिटीज से कोई रिस्पांस नहीं
इस पूरे मामले में जिन तीन युनिवर्सिटीज का नाम लिया जा रहा है, उन तीनों से ही संपर्क करने की काफी कोशिश की गई, लेकिन किसी ने भी रिस्पांस नहीं दिया। इनके वायस चांसलर, रजिस्ट्रार और अन्य अफसरों से बात करने की काफी कोशिशें की गईं, लेकिन किसी की तरफ से कोई रिस्पांस नहीं मिला। नमें से केवल एक, उत्कल युनिवर्सिटी भुवनेश्वर उड़ीसा की वाइस चांसलर प्रो. सबिता आचार्य से फोन पर बात हुई।
अभी ज्वाइन हुई हूं, नहीं बता सकती
इस पूरे मामले में प्रो. सबिता आचार्य का कहना था कि वे अभी-अभी ज्वाइन हुई हैं, इस मामले में कुछ नहीं बता सकती। यह पूछने पर क्या युनिवर्सिटी के जरिए यह हो सकता है, उन्होंने फोन काट दिया। इसी युनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉ. एके नायक ने भी फोन तो रिसीव किया, लेकिन इस गोरखधंधे का सवाल सुनते ही फोन काट दिया। इसके बाद कई बार फोन लगाने पर भी कॉल रिसीव नहीं किया।