नाला टेपिंग बना अभिशाप 

स्वछता का एक और तमगा पाने की होड़ में  पिछले दिनों निगम द्वारा पुरे शहर में किया गया था नाला टेपिंग कल रात शहर ने जो भयावाह मंज़र देखा वो किसी दुस्वपन से कम नहीं  

नाला टेपिंग बना अभिशाप 

द एक्सपोज लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर 

हम भी दरिया हैं हमें अपना हुनर मालूम हे ,जिस तरफ भी चल पड़ेंगे रास्ता हो जायेगा ! 

कल हुई तेज बारिश मे  पानी ने अपना प्राकर्तिक रास्ता छोड़ नया रास्ता तो बना लिया लेकिन इंदौर को मानो  झकझोर ही दिया ! इंदौर के राजेंद्र नगर, सुदामा नगर के रहवासी  क्षेत्र में सड़कों पर पानी का बहाव इतना तेज था की दो भारी-भरकम कारें  भी उस में बह गई !  नदियों में कार और बसों का बहना तो हम देखते सुनते आए हैं  लेकिन इंदौर जैसे शहर की सड़कों पर जहाँ कोई बड़ी नदी नहीं हे  कारों का बहना  एक अचंभा ही हे ! ऐसा नहीं हे के इतनी बारिश शहर में पहेली बार हुई हाँ सड़कों पर ऐसी स्थिति शहर में पहेली बार ही देखने को मिली ! इसका सबसे बड़ा कारण रहा अनुभवहीन नगर निगम के इंजीनियर जिन्हे  इंदौर की भौगोलिक स्थिति और बारिश के पानी के प्राकर्तिक बहाव का जरा भी ज्ञान नहीं हे ! पिछले दिनों स्वच्छता का तमगा पाने के लिए इन्हीं इंजीनियरों ने नाला टेपिंग जैसा कार्य किया , नाला टेपिंग का कार्य शुरू होते ही कई लोगों ने इसका विरोध भी किया लेकिन उन सब विरोध को दरकिनार करते हुए उन्होंने अपनी जिद पूरी कर ही ली !  रेन वाटर के प्राकृतिक बहाव के विपरीत कहीं भी छोटे बड़े पाइपलाइन बिछा दी गयी ! कहीं तो पानी की निकासी उसमे हो गयी और जहाँ नहीं हो पायी वो सारा पानी सड़कों पर भयवाह रूप में आ गया !

बेशक नए नवेले महापौर मैदान में उतर गए लेकिन समस्या जस के तस हे ,अभी तक शहर में ३१ इंच बारिश हो चुकी हे और अनुमान के हीअब से इस वर्ष अच्छी बारिश होने के आसार हे ,अगर निगम प्रशासन अभी भी नहीं चेता तो परिणाम और खतरनाक हो सकते हे ! 

इंदौर के वरिष्ठ इंजीनियर अतुल सेठ का कहना हे

नाला टेपिंग इस स्थिति के लिए पूरी तरह ज़िम्मेदार हे ,बिना सोचे समझे सिर्फ ज़िद पूरी करने के लिए यह कार्य किया गया हे ! निगम के अफसरों को पहले प्राकर्तिक बहाव का सर्वे कर यह किया जाना चाहिए था ! आज निगम के पास ऐसा कोई डाटा मौजूद नहीं हे और इसी कारण निगम द्वारा धड्ड्ले से रेन वाटर फ्लो जाने बगैर नक़्शे भी स्वीकृत किये जा रहे हे जिसके कारण  भी प्राकर्तिक बहाव में अवरोध पैदा हुवा हे ! पानी अपना काम करेगा और बहाव के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए ! मास्टर प्लान में भी रेन वाटर नेचुरल फ्लो पर कोई बात नहीं कही गयी हे न ही किसी का ध्यान अभी तक इस और गया हे !