अरिहंत नगर के रहवासियों की चीखें अनसुनी, ग्रीन बेल्ट की जमीन पर अवैध फैक्ट्री से जहरीली गैसों का आतंक
गोम्मटगिरि के पीछे बसी घनी आबादी वाली अरिहंत नगर कॉलोनी के रहवासी इन दिनों गंभीर संकट का सामना कर रहे हैं। ग्रीन बेल्ट की जमीन पर अवैध रूप से चल रही डायमंड पेवर ब्लॉक फैक्ट्री के कारण जहरीले रसायनों का रिसाव हो रहा है, जिससे कॉलोनी के निवासियों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। पिछले 10 वर्षों से इस फैक्ट्री का संचालन हो रहा है, लेकिन संबंधित प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।
10 वर्षों से ग्रीन बेल्ट की जमीन पर चल रही पेवर ब्लॉक फैक्ट्री, जहरीले रसायनों से बीमार हो रहे हैं रहवासी; शिकायतों के बावजूद प्रशासन मौन
द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर
इस फैक्ट्री से निकलने वाले जहरीले रसायन सीधे सड़कों पर बहते हैं, जिससे कॉलोनी के लोग गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहे हैं। खासतौर पर बुजुर्ग और बच्चे, जो इन रसायनों के सीधे संपर्क में आते हैं, बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं। रहवासियों का कहना है कि उन्हें बार-बार सिरदर्द, सांस की तकलीफ और त्वचा संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
फैक्ट्री की अवैधता पर सवाल, प्रशासन मौन
अरिहंत नगर की इस सघन कॉलोनी में चल रही फैक्ट्री का संचालन ग्रीन बेल्ट की जमीन पर हो रहा है, जिसका खसरा नंबर 608/1/2/1 है। रहवासियों ने कई बार इस फैक्ट्री के अवैध होने की शिकायत की है, क्योंकि ग्रीन बेल्ट की जमीन पर औद्योगिक गतिविधियाँ संचालित नहीं की जा सकतीं। इसके बावजूद फैक्ट्री मालिक वीरेंद्र जैन ने पिछले 10 वर्षों से इस जमीन पर फैक्ट्री चला रखी है।
रहवासियों का आरोप है कि फैक्ट्री से होने वाले प्रदूषण और भारी वाहनों के लगातार आने-जाने से उनका जीवन दूभर हो गया है। वे हमेशा दुर्घटना के डर में जी रहे हैं। लेकिन जब उन्होंने इस मामले में फैक्ट्री मालिक से बात करने की कोशिश की, तो उन्हें धमकी दी गई कि फैक्ट्री बंद कराने की कोशिश करने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन को दी गई शिकायतें बेअसर
रहवासियों ने अपनी समस्याओं के समाधान के लिए हातोद एसडीएम अजय भूषण शुक्ला को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने अपनी समस्याओं का विस्तार से वर्णन किया। उन्होंने बताया कि फैक्ट्री मालिक ने रसायनों के निस्तारण के लिए कोई उचित प्रबंध नहीं किए हैं, जिससे ये रसायन कॉलोनी में फैल रहे हैं और निवासियों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहे हैं।
रहवासियों ने बताया कि उनकी लगातार शिकायतों के बावजूद प्रशासन की तरफ से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। वे सवाल करते हैं कि आखिरकार ये फैक्ट्री ग्रीन बेल्ट की जमीन पर कैसे और किन परिस्थितियों में संचालित हो रही है? अगर इसके पास अनुमति नहीं है, तो फिर पिछले 10 वर्षों से इसे कैसे चलने दिया गया?
फैक्ट्री मालिक की धमकी और प्रशासन की निष्क्रियता
रहवासियों का कहना है कि जब उन्होंने फैक्ट्री मालिक वीरेंद्र जैन से बात करने की कोशिश की, तो उन्हें धमकाया गया। वीरेंद्र जैन ने कहा कि उनकी राजनीतिक पकड़ बहुत मजबूत है और कोई भी उनके खिलाफ कुछ नहीं कर सकता। इस तरह की धमकियों के कारण रहवासी अब डर के साए में जी रहे हैं, और उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि अपनी समस्याओं को हल कराने के लिए कहां जाएं।
रहवासियों की पुकार—जल्दी से जल्दी हो कार्रवाई
अरिहंत नगर के निवासियों ने अब प्रशासन से गुहार लगाई है कि वे जल्द से जल्द इस अवैध फैक्ट्री को बंद कराएं और उनकी समस्याओं का समाधान करें। रहवासियों का कहना है कि अगर जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ, तो वे उच्च अधिकारियों के पास जाकर न्याय की गुहार लगाएंगे। अब देखना यह है कि प्रशासन इन शिकायतों पर क्या कदम उठाता है और क्या रहवासियों को इस जहरीली स्थिति से मुक्ति मिल पाती है या नहीं।
शिकायत करने वालों में नरेंद्र पाठक, सुमित मारु, प्रमोद आर्य, श्रीमती चमेली देवी, प्रभू मकवाना, विशाल गमलवाद, लल्ला चौहान, सम्पत्त कुमार जैन, श्रीमती सुशीला ठाकुर, जितेंद्र सिंह राजपुर, विशाल यादव, बृजकिशोर मौर्य, सचिन सुनेर, अनुराग शर्मा, देवीलाल शर्मा, प्रवीण यादव, मनीष कसेरा, बलवंत सिंह चौहान, श्रीमती सुनीता सालवी, श्रीमती बरखा जैन, सुनील अजमेरा, और निधि जायसवाल शामिल हैं।
और इनका कहना है-
मामले की जांच करके उचित कार्रवाई की जाएगी।
- अजय भूषण शुक्ला, एसडीएम हातोद
सारी औपचारिकताएं हैं पूरी
फैक्टरी के लिए सारी औपचारिकताएं पूरी की गई हैं। सारी अनुमतियां हैं। इतने सालों में अभी तक किसी को तकलीफ नहीं हुई, तो अब क्यों हो रही है?
- वीरेंद्र जैन, फैक्टरी मालिक