25 साल में हजारों लड़कियों को धकेला देह व्यापार में
पुलिस ने अवैध तरीके से लड़कियों को बांग्लादेश से भारत लाकर देह व्यापार के मामले में सरगना मोमिन उर्फ विजय दत्त को गिरफ्तार कर लिया। वह 10 साल से मुंबई में रह रहा था। इंदौर पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के साथ मिलकर उसे पकड़ा।
बांग्लादेशी लड़कियों के सेक्स रैकेट का सरगना पुलिस की गिरफ्त में
इंदौर पुलिस ने राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के साथ मिलकर किया काम
हिंदुस्तानी लड़की से शादी कर 25 साल से रह रहा था मुंबई के नालासोपारा में
द ए्क्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर। Indore News.
15 नवंबर को विजय नगर पुलिस ने एक होटल में देह व्यापार में लिप्त 5 लड़कियों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में विजय दत्त और उज्ज्वल ठाकुर का नाम सामने आया। विजय दत्त उर्फ मोमिन के मुंबई में होने की सूचना पर इंदौर पुलिस ने एक हफ्ते तक मुंबई में डेरा डाल रखा था। इस दौरान पुलिस ने अलग-अलग लोगों से विजय दत्त के बारे में पता लगाया।
मामला राष्ट्रीय सुरक्षा का था, तो राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने भी इंदौर पुलिस के साथ काम किया। आखिरकार विजय को मंगलवार को हिरासत में ले लिया गया। दरअसल जब इसे पता चला कि मुम्बई में पुलिस तलाश कर रही है, तो यह अपने सहयोगियों के साथ इंदौर आ गया। पुलिस टीम को पता चला कि विजय की सपूर्ण गैंग बाणगंगा क्षैत्र में छुपी है। पुलिस टीम द्वारा दबिश देने पर विजय व उसकी टीम द्वारा दिवार तथा छत कुदने का भागने का प्रयास किया गया, किन्तु पुलिस द्वारा पकड लिया गया।
विजय दत्त का असली नाम मामुन पिता वफज्जुल हुसैन है जो पाबना जिला रसई बांग्लादेश का रहने वाला है। 25 साल पहले वो मुंबई आया और फर्जी राशन कार्ड के जरिये अपना नाम परिवर्तित करवा लिया। इसके बाद विजय पिता विपुल दत्त के नाम से आधार कार्ड भी बनवा लिया। यह 25 सालो से भारत में फर्जी दस्तावेज के जरिये आधार कार्ड, पेन कार्ड, पासपोर्ट बनाकर रह रहा था।
पहली पत्नी की मदद से चला रहा था धंधा
विजय ने मुंबई में हिंदु लड़की से दूसरी शादी कर ली। जबकि उसकी पहली पत्नी जोसना खातून बांग्लादेश में ही महिलाओं से जुड़ा एक एनजीओ चलाती है। वह अनाथ और कमजोर आर्थिक स्थिति वाली लड़कियों को चंगुल में फंसाकर भारत पहुंचाती थी। मामुन उन लड़कियों से देशभर में देह व्यापार करवाता था। लड़कियों को कम पैसे देता था और कमाई का बड़ा हिस्सा हुंडी या हवाला के जरिए पहली पत्नी को भेजता था।
बॉर्डर पार करा कर लड़कियों से कराता था देह व्यापार
एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि मोमिन के गिरोह में देश भर में कई दलाल शामिल हैं जो बांग्लादेश से लड़कियों को बॉर्डर पार करा कर देह व्यापार के लिए अलग अलग स्थानों पर भेज देते थे। मोमिन ने 10 साल में हजारो लड़कियों को देह व्यापार में धकेला है। म.प्र के अलावा देश के विभिन्न हिस्सो में अपने एजेंट बना रखे है जहाँ म.प्र में इंदौर , भोपाल , जबलपुर , खण्डवा , राजगढ , पीथमपुर , आदि शहरो में इसके एजेन्ट है और नेटवर्क फैला हुआ है।
इंदौर में ये हैं मुख्य एजेंट
इंदौर में इसके मुख्य एजेन्ट सहजल, उज्जवल, प्रमोद बाबा, सप्तार, दिलिप बाबा, ज्योति, पलक आदि है जो इससे बांग्लादेशी युवतियो से वैश्यावृत्ति करवाते थे। निमाड क्षैत्र में प्रमोद पाटीदार प्रमुख एजेन्ट है। म.प्र के अलावा मुम्बई, पुणे, पालघर, सूरत, अहमदाबाद, चैन्नई, बैगलोर, हैदराबाद, जयपुर, उदयपुर आदि शहरो में हजारो की संख्या में इसके द्वारा लडकियाँ सप्लाय की गई हैं। सबसे ज्यादा संख्या सूरत व मुम्बई के नालासुपारा में हैं तस्करी कर लाई गय़ी है।
लड़कियों को देता था ड्रग्स भी
एसपी आशुतोष बागरी ने बताया कि खूफिया तरीके से बांग्लादेश बॉर्डर पार कराने वाले गिरोह के सदस्यों के तार बार्डर के आस पास के लोगो से जुड़े हैं। वहीं वो लड़कियों को भारत लाकर उन्हें पुलिस की धमकी देकर ब्लैकमेल कर देह व्यापार करवाते थे। लड़कियों की क्षमता बढ़ाने के लिए उन्हें एमडी ड्रग्स भी दिया जाता था। पुलिस मुख्य सरगना, आरोपियों से कड़ी पूछताछ करेगी ताकि अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े अन्य लोगों का भी खुलासा हो सके।
इन्हें किया गया गिरफ्तार
मामुन की महिला सहयोगी जो बाग्लादेश से लडकियो को लाने वाली तथा उन्हे देह व्यापार हेतु विवश करने वाली आकीजा पिता माणीक शेख निवासी बाग्लादेश, दीपा शेख पिता तोसिफ मुल्ला शेख निवासी बांग्लादेश को गिरफ्तार किया गया। आरोपी विजय उर्फ मामुन के साथ रहने वाले गैंग के एजेन्ट उज्जवल पिता अवधेश प्रसाद निवासी कालिन्दी गोल्ड बाणगंगा इंदौर तथा एनजीओ चलाने वाली उसकी पत्नी तथा देह व्यापार मे उसकी साथ देने वाली नेहा उर्फ निशा, उसकी साथी रजनी वर्मा निवासी एमआईजी, इंदौर में बाग्लादेशी लडकियो को देह व्यापार हेतु इधर उधर भेजने वाले दिलीप बाबा पिता द्वारका दास सावलानी निवासी स्कीम न. 78 लसुडिया इंदौर को भी गिरफ्तार किया गया।
एक साल से चल रही है कार्रवाई
बता दें, साल 2020 में इंदौर के विजय नगर थाना क्षेत्र में 21 बांग्लादेशी लड़कियों को देह व्यापार के मामले में पुलिस ने पकड़ा था, जिसके बाद उनके तार एमडी ड्रग्स मामले से जुड़े पाए गए थे। नशे और देह व्यापार के अपराध में पुलिस ने लड़कियों के अलावा 33 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था।