इंदौर जिले के किसानों को मिले 380 करोड़

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2020 एवं रबी 2020-21 की फसल बीमा दावा राशि का वितरण सिंगल क्लिक के माध्यम से किया।

इंदौर जिले के किसानों को मिले 380 करोड़
crop insurance Distribution

सीएम ने फसल क्षतिपूर्ति बीमा राशि का पूरे प्रदेश में किया वितरण

इंदौर की लक्ष्मीबाई नगर मंडी में मंत्री सिलावट ने वितरित किए चेक

द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर। Indore News.

इंदौर जिले में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने इस योजना के तहत लाभान्वित इंदौर जिले के किसानों को 34 लाख 79 हजार 815 रुपये के चेक वितरित किये। जिले में इस योजना के तहत किसानों के एक लाख 86 हजार दावों में 380 करोड़ 54 लाख रुपये की क्षतिपूर्ति बीमा राशि वितरण की गई।

इंदौर की लक्ष्मीबाई नगर कृषि उपज मंडी में जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने कहा कि यह अपने आप में रिकॉर्ड है, जब इतनी बड़ी राशि एक साथ किसानों के खातों में जमा की जा रही है। राज्य सरकार किसान हितैषी है, किसानों के हित में अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। किसानों की भरपूर मदद की जा रही है। जहां एक ओर उन्हें क्षतिपूर्ति के रूप में राशि वितरित हो रही है, वहीं दूसरी ओर किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत भी 10 हजार रुपये प्रति वर्ष प्रति किसान को राशि दी जा रही है।

पूरे प्रदेश में दिए साढ़े सात हजार करोड़

समारोह में उपस्थित किसानों ने दोनों हाथ उठाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में आत्माराम पारिया, अपर कलेक्टर राजेश राठौर, उप संचालक कृषि एस.एस. राजपूत, उपसंचालक आत्मा परियोजना शर्ली थॉमस सहित अन्य अधिकारी और बड़ी संख्या में किसान उपस्थित थे। वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूरे मध्यप्रदेश में 49 लाख से अधिक दावों में 7 हजार 600 करोड़ रुपये ट्रांसफर किये।

किसानों ने कहा, अब हुए चिंता मुक्त

लाभान्वित किसानों में अपार खुशी दिखाई दी। किसानों ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए राज्य शासन के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी विशेष रूप से धन्यवाद दिया। उनका कहना था कि अब हम चिंता से मुक्त हो गए हैं। हमारी फसलें अति वर्षा से नष्ट हो गई थी। लागत भी चली गई, भविष्य की चिंता सताने लगी जैसे तैसे करके हमने अगली बुवाई की। बीमा योजना का लाभ इतनी जल्दी हमें मिल जाएगा इसकी उम्मीद नहीं थी।