24 घंटे में पकड़े गए फोटो स्टूडियों में चोरी करने वाले

द्वारिकापुरी में एक फोटो स्टूडियो में चोरी करने वाले तीन शातिर नकबजनों को पुलिस ने 24 घंटे में ही गिरफ्तार कर लिया। इनसे वाहन चोरी की अन्य वारदातों का भी खुलासा हुआ।

24 घंटे में पकड़े गए फोटो स्टूडियों में चोरी करने वाले
Nakabjan Arrested at Dwarikapuri

आरोपियों से चोरी की दो मोटर सायकलें और अन्य सामान सहित सवा लाख का माल बरामद

द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर। Indore News.

थाना द्वारकापुरी पर 12 फरवरी को हुकुमचंद काछवाल ने रिपोर्ट की कि उनकी दुकान गुरूकृपा फोटो स्टूडियो के दरवाजों के ताले तोड़कर एक गैस की टंकी तथा नगदी चोरी हो गई।

सहायक पुलिस आयुक्त अनुभाग अन्नपूर्णा बी.पी.एस. परिहार ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज खंगालने के साथ पुराने चोरों से पूछताछ की हई। मुखबिर से सूचना मिली कि सिरपुर तालाब की पाल पर झाड़ियों की आड़ में तीन लोग छिपकर बैठे हैं तथा मोटर सायकल को बेचने के फिराक में हैं।

शातिर नकबजन हैं तीनों

सूचना पर द्वारिकापुरी थाना प्रभारी सतीश द्विवेदी व टीम ने दबिश दी और वहां से 3 चोरों को धरदबोचा। उनके नाम पप्पू उर्फ संजू लोधी पिता ईश्वर लोधी निवासी दिग्विजय मल्टी इंदौर, बाचू उर्फ़ सचिन पिता बद्रीलाल उम्र 19 वर्ष निवासी दिग्विजय मल्टी इंदौर और नरेंद्र उर्फ नाना पिता महेश मालवीय उम्र 19 वर्ष निवासी दिग्विजय मल्टी इंदौर हैं।

चोरी का माल बरामद

आरोपियों को थाना लाकर पूछताछ की गई तो उन्होंने गुरूकृपा फोटो स्टूडियों में चोरी करना व तथा दो अन्य मोटरसाइकलें द्वारकापुरी क्षेत्र से चोरी कराना स्वीकार किया। आरोपियों से गैस टंकी, हीरोहोण्डा मोटर सायकल क्रमांक (MP09MR4921) व सीडी डीलक्स मोटर सायकल क्रमांक (MP09MK4184) सिरपुर तालाब के पाल पर झाड़ियों से बरामद की गईं।

10 हजार ईनामी नकबजन गिरफ्तार

थाना प्रभारी तेजाजीनगर व उनकी टीम ने थाना क्षेत्र के कुल 13 नकबजनी व चोरी के अपराधों में फरार चल रहे आरोपी मगरसिंह पिता हीरु भील उम्र 30 साल निवासी ग्राम गुराडिया थाना टांडा जिला धार को टांडा क्षेत्र के घने जगंलों से गिरफ्तार किया।

आरोपी ने ब्रजनयनी कालोनी, रामजी वाटिका, सैटेलाईट कालोनी, श्रीकृष्ण एवेन्यु लिम्बोदी आदि कालोनियों में अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर नकबजनी की थी। उसके साथी गिरफ्तार हो गए थे, पर वह चार सालों से फरार चल रहा था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए 10 हजार का ईनाम घोषित किया गया था।