मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव 6 जनवरी से

चुनाव आयोग ने पंचायत चुनावों की घोषणा कर ही दी। इंदौर में चल रहे टंट्या मामा बलिदान दिवस का कार्यक्रम खत्म होते ही चुनाव आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया और आचार संहिता लगा दी। पंचायत चुनाव तीन चरणों में होंगे।

मध्यप्रदेश में पंचायत चुनाव 6 जनवरी से
BP Singh PC

टंट्या मामा का कार्यक्रम खत्म होते ही चुनाव आयोग ने कर दी घोषणा

तीन चरणों में होंगे चुनाव, 6, 28 जनवरी और 16 फरवरी को मतदान

द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, भोपाल। Bhopal News.

मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह ने शाम चार बजे प्रेस कांफ्रेंस लेते हुए कहा कि पिछले लंबे समय से चुनाव की तारीखों का ऐलान करने की योजना थी, लेकिन किसी न किसी कारण से टल रहा था। इसमें कोविड सबसे बड़ा कारण था। अब जबकि राज्य की स्थिति कोविड को लेकर ठीक है। टीकाकरण संतुष्टिपूर्ण हो चुका है। इसलिए कोविड प्रोटोकॉल का पालन करवाते हुए चुनाव करवाए जाएंगे।

पंचायत चुनाव 2014-15 में हुए थे, इन सभी का कार्यकाल मार्च 2020 में खत्म हो चुका है। तीन चरणों मे होगा मतदान, जनवरी के पहले सप्ताह में 6 जनवरी को होगा पहले चरण का चुनाव, दूसरा 28 जनवरी और तीसरा 16 फरवरी को होगा मतदान। इसके लिए 13 दिसम्बर से मिलेंगे नामाकंन पत्र मिलना शुरू हो जाएंगे।

आचार संहिता लागू

पंचायत चुनाव की घोषणा होते ही आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। पहले चरण में 85 जनपद पंचायत, दूसरे में 110 तीसरे चरण में 118 जनपद पंचायतों का चुनाव होगा। मतदान ईवीएम से होगा, सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा। पंच-सरपंच की मतगणना केंद्र पर होगी।   

सबसे ज्यादा जिले तीसरे चरण में

इसमें 9 जिले में पहला, 7 जिलों में दूसरा और 36 जिलों में तीसरे चरण में चुनाव होगा। 859 जिला सदस्य, 6727 जनपद सदस्य, 22581 सरपंच, 362754 पंच के लिए चुनाव होंगे। इसके लिए सरकार ने 2014 के आरक्षण की स्थिति बहाल की है। 2014 में जितनी भी नई ग्राम पंचायत और वार्ड बने थे वह विलोपित (निरस्त) किए गए हैं।