आर ई 2 के निर्माण के लिए बाधाएं हटनी शुरू , पटेल नगर /दाउदी नगर में अभी भी 27 मकान जस के तस
नगर निगम ने भिचौली में हटाये बाधक निर्माण ,आर ई 2 का निर्माण होगा तेज, MR 10 से MR 9 वाले हिस्से पर अब भी मौजूद 27 मकान ,प्राधिकरण ने 2022 में लिखा था पत्र , निगम नहीं ले रहा सुध ,पूरी ज़मीन शासकीय और प्राधिकरण की TPS 1 का हिस्सा ,धड़ल्ले से हो रहे अवैध निर्माण !
द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर
आर ई 2 में बाधक अवैध निर्माणों को निगम ने हटाते हुए भिचौली में बड़ी कार्यवाही को अंजाम दिया और लगभग 50 कच्चे पक्के मकानों को ध्वस्त कर उन्हें पुनरस्थापित भी कर दिया गया ! सड़क का कुछ हिस्सा प्राधिकरण पहले ही बना चूका हे और कुछ हिस्सा निगम को बनाना हे ,जहाँ जहाँ निगम के हिस्से में अवैध निर्माण आ रहे हैं उन्हें तो हटाया जा रहा हे लेकिन प्राधिकरण वाले हिस्से में आ रहे बाधक निर्माण की तरफ ध्यान ही नहीं दिया जा रहा हे !
खजराना के सर्वे न. ३२५/१/४ पर बने 27 मकानों को लेकर प्राधिकरण ने 2022 में निगम को पत्र लिखा था लेकिन आज तक निर्माणों को नहीं हटाया जा सका हे जिसके कारण MR 10 से MR 9 को जोड़ने वाले हिस्से को अभी तक पूरा नहीं किया जा सका हे ! दरअसल पुरे क्षेत्र में अवैध पटेल नगर/दाउदी नगर बस चूका हे और लगातार वहां निर्माण भी हो रहे हे जिन्हे भी नहीं रोका जा रहा हे ! पिछले वर्ष हे वहां अवैध रूप से बना फार्म भी कलेक्टर के निर्देश पर ध्वस्त किया गया था,लेकिन बावजूद इसके निर्माण लगातार होते जा रहें हैं!
तथ्य छुपा कर लिया स्थगन
पटेल नगर के कर्ताधर्ताओं ने न सिर्फ शासन बल्कि न्यायलय की आँखों में धुल झोंक स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया ,जिन किसानों के नाम से याचिका क्र WP/1950/2017 लगाई गयी हे उन किसानों का ज़मीन पर कोई वैधानिक अधिकार ही नहीं बनता क्यूंकि बाले बाले कर्ताधर्तांओ ने पहले ही डिक्री किसी तीसरे पक्ष में करवा ली जिसकी खबर न प्रशासन को हे न न्यायलय में बताई गयी और स्थगन आदेश भी प्राप्त कर लिया ! अब मोके पर निर्माण कार्य किया जा रहा हे और प्रशासन की तरफ से तथ्यों के साथ अपना पक्ष भी नहीं रखा जा रहा हे !
शुरू से विवादों में रही RE 2
1991 व 2008 के मास्टर प्लान में कनाड़िया स्थित भूरी टेकरी से नायता मुंडला के बीच 4.5 किमी की 45 मीटर चौड़ी आरई-2 प्रस्तावित थी, जो नक्शे में सीधी थी। सड़क टीएंडसीपी नक्शे अनुरूप बननी थी लेकिन निगम अफसरों ने सड़क का अपना अलाइनमेंट तैयार कर दिया। सड़क पहले आरई-2 इंदौर विकास प्राधिकरण बना रहा था लेकिन योजना खत्म होने के बाद निगम ने इसे बनाने पर सहमति दे दी। उसके हिसाब से काम शुरू भी हो गया। जो सड़क सीधी थी अब वह कई जगह से नागिन की तरह बन रही है। जहां पर सैकड़ों लोगों के घर तोड़े हैं वे घर आईडीए के आनंदवन प्रोजेक्ट के ठीक सीधी रेखा में आते हैं। आनंदवन में शहर के प्रमुख अधिकारी और बिजनेसमैन रहते हैं। आनंदवन से सड़क को घुमाकर बस्ती को हटाते हुए निकाला गया है। पुलिस लाइन का परेड ग्राउंड में मंदिर बना है, जहां से रोड निकलना था लेकिन पुलिस लाइन से रोड को लेफ्ट तरफ मोड़ दिया है, जो सीधी जानी थी। आगे आनंद वन टू की सड़क को जोड़ दिया है। अग्रवाल पब्लिक स्कूल तक सीधा रास्ता है, लेकिन पूरा रास्ता मोड़ दिया।