बच्चे रहें सोशल मीडिया से दूर

अतिरिक्त  उप पुलिस आयुक्त राजेश व्यास ने बच्चों से मुखातिब होते हुए कहीं यह बातें

बच्चे रहें सोशल मीडिया से दूर

द एक्सपोज लाइव न्यूज़ नेटवर्क इंदौर

कल टैगोर विद्यापीठ हायर सेकेंडरी स्कूल कैलाशपुरी में अतिरिक्त  उप पुलिस आयुक्त राजेश व्यास  ने बच्चों से  मुखातिब होते हुए कहा  कि आज हर तरह के अपराध में बच्चों  और  नाबालिगों  की भूमिका बढ़ती जा रही हे इसके पीछे सबसे बड़ा कारण हे सोशल मीडिया ! 

उन्होंने बच्चों को सलाह देते हुए कहा कि बच्चों  और नव युवकों के लिए जरूरी है कि सोशल मीडिया  जैसे फेसबुक, इंस्टाग्राम एवं अन्य इस तरह की साइट चलाने वाली कंपनियों  की मंशा को समझें, आज हर कंपनी अपनी सोशल मीडिया साइट के जरिए एक मोटा पैसा  कमाती है !  जितनी देर व्यक्ति इनकी साइट पर होता है इन्हें उतने ही ज्यादा विज्ञापन मिलते हैं जिससे इन्हें एक मोटी आए अर्जित होती है!  आज के युग में हर कंपनी बच्चों और युवाओं को आकर्षित करने के लिए ऐसे गेम्स और ऐसे कई ऐप बनाने लगी जिस पर बच्चे और नवयुवक अधिक से अधिक समय व्यतीत करते हैं, इनमे से कई ऑनलाइन गेम्स भी हैं जिसमे मारधाड़ अत्यधिक हे और बच्चों पर गलत मनोवैज्ञानिक प्रभाव डाल  रहे हे  !  ऐसा करने से कंपनियों को तो मुनाफा होता है लेकिन देश की युवा शक्ति की सबसे अहम चीज "समय" का नुकसान होता है और बच्चों और नव युवकों की सारी शक्तियां गलत जगह खत्म हो रही हैं !  आज युवाओं को चाहिए कंपनियों की मंशा को समझें और अपना अधिक से अधिक समय खेल एवं भविष्य निर्माण  मैं लगाएं ! आज हर सोशल मीडिया साईट पर बच्चों के भी अकाउंट मौजूद हे ,जहाँ एक और हर साइट का नियम हे की जब तक कोई व्यक्ति बालिग नहीं हो जाता ,वह किसी भी सोशल मीडिया साइट पर अपना अकाउंट नहीं खोल सकता लेकिन आज प्रायः हर बच्चे का अकाउंट यहाँ मजूद हे ,जो कहीं न कहीं गैरकानूनी हे !  

पालकों और शिक्षकों को भी उन्होंने सलाह दी कि अपने बच्चों को रोज कम से कम 30 मिनट का निजी समय दें और उनसे पूरे दिन की गतिविधियों के बारे में  बात करें !  अगर  बच्चे को किसी भी तरह की कोई परेशानी हो तो वह उसे समझें और  उसके मनोविज्ञान को भी समझने की कोशिश करें !  आज के युग में अक्सर देखा गया है कि छोटे परिवार होने की वजह से माता पिता बच्चों पर ध्यान नहीं दे पा रहे हैं, जिसके कारण वह गलत आदतों में फंसते जा रहे हैं, इससे न सिर्फ  उस बच्चे का नुकसान हो रहा हे  बल्कि देश की युवा शक्ति  भी कहीं ना कहीं गलत दिशा में जा रही है ! 

बढ़ते अपराध और उसमें बच्चों और युवाओं की भूमिका पर भी उन्होंने कहा की  कहीं ना कहीं हमारी शिक्षा और लालन-पालन में  कमी के कारण ही  आज बच्चों और युवाओं  की भूमिका अपराध में बढ़ती जा रही है !  बच्चे जो कि अपराध के लिए बड़ी आसानी से आकर्षित हो जाते हैं ऐसे में शिक्षकों और पालको की जिम्मेदारी हो जाती है बच्चों को सही मार्गदर्शन देकर उन्हें सही दिशा  मे ले जाएं और राष्ट्र निर्माण में राष्ट्र के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी समझ अपना योगदान दें !