एमआर-9 पर अवैध मटन मार्केट के लिए लग रहे नए पेवर ब्लॉक

एमआर-9 पर रोबोट चौराहे के आगे फुटपाथ पर पेवर ब्लॉक बदले जा रहे हैं। पर यह फुटपाथ जनता के उपयोग में नहीं आता है। यहां नगर निगम के कारिंदों के संरक्षण में अवैध मटन मार्केट सजता है। पेवर ब्लॉक लगाने के लिए इस अवैध मटन मार्केट को थोड़ा आगे खिसकाकर ग्रीन बेल्ट पर शिफ्ट कर दिया गया। नए पेवर ब्लॉक लगने के बाद यह अवैध मटन मार्केट दोबारा वहीं सजने लगेगा।

एमआर-9 पर अवैध मटन मार्केट के लिए लग रहे नए पेवर ब्लॉक

नगर निगम कर्मचारियों के संरक्षण में स्वच्छता के पंच की बजाई जा रही बैंड

द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर। Indore News.

जनता के पैसे का दुरुपयोग कैसे किया जाता है, यह कोई नगर निगम से सीखे। सफाई के नाम पर पैसों की बर्बादी की जा रही है। स्वच्छता के पंच के नाम पर जमकर धांधली की जा रही है। पूरे शहर में जगह-जगह पुराने पेवर ब्लॉक उखाड़कर नए लगाए जा रहे हैं। इसमें उन पेवर ब्लॉक्स को भी बदला जा रहा है, जिन्हें बदलने की अभी कोई जरूरत नहीं है। एमआर-9 के फुटपाथ पर जहां पेवर ब्लॉक लगाने का काम हाल ही में नगर निगम ने शुरू किया, वहां सालों से अवैध मटन मार्केट का कब्जा है। 

गंदगी से पटा रहता है फुटपाथ

पहले लगे पेवर ब्लॉक भी इन्हीं के कारण हमेशा गंदगी से भरे रहते थे। इसके बावजूद नगर निगम अधिकारी और कर्मचारी इन्हें हटाने के बजाय संरक्षण देते आ रहे हैं। नए पेवर ब्लॉक लगाने के लिए भी इस मार्केट को हटाया नहीं गया, बल्कि सर्विस रोड और ग्रीन बेल्ट पर शिफ्ट करवा दिया गया। साफ है कि नए पेवर ब्लॉक लगने के बाद मटन मार्केट दोबारा फुटपाथ पर सज जाएगा। स्वच्छता के पंच के लिए किया गया यह काम निगमकर्मियों की ही करनी के कारण मिट्टी में मिल जाएगा।

हर दुकान से है अवैध वसूली

इस मटन मार्केट में करीब 35 दुकानें लग रही हैं। इन दुकानों को नगर निगम मार्केट विभाग से किसी तरह का कोई लाइसेंस नहीं दिया गया। जानकारी यह मिली है कि इनसे अवैध वसूली भी नगर निगम कर्मचारी कर रहे हैं। यह वसूली सौ से दो सौ रुपए रोज तक की है। यह भी पता चला कि कुछ कर्मचारियों ने ही फुटपाथ की जगह किराए पर देकर दुकानें लगवा दी और हर शाम इनसे चार सौ से पांच सौ रुपए तक किराया ले जाते हैं। 

जिम्मेदारों ने झाड़ा पल्ला

इस मामले में एक्सपोज लाइव टीवी की टीम ने मार्केट विभाग की अपर आयुक्त लता अग्रवाल से चर्चा की तो उनका कहना था कि वे इस बारे में कुछ नहीं जानती। वहीं सिटी इंजीनियर अशोक राठौर का कहना था कि पेवर ब्लॉक लगाने का काम चल रहा है। कुछ लोगों का अवैध कब्जा भी है। इन्हें रिसेटल किया जाएगा।