उड़ता इंदौर

शहर में लगातार फैल रहा ड्रग माफियाओं का जाल, पूर्वी क्षेत्र के रहवासी इलाकों में अवैध रूप से संचालित हो रही होटल बन रही माफियाओं का ठिकाना, ड्रग पेडलर्स के हौसले बुलंद, शराब से कई गुना खतरनाक है यह नशा,पुलिस की गुप्तचर व्यवस्था ध्वस्त !

उड़ता इंदौर

द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क इंदौर

जिस तेजी से इंदौर शहर बढ़ रहा है, मेडिकल और एजुकेशन हब  नाम से अपनी पहचान बनाने वाला इंदौर शहर अब ड्रग माफियाओं की पूरी तरह से गिरफ्त में आ चुका है ! युवाओं में शराब के नशे के बाद ड्रग्स का चलन अब आम हो चुका है और इसी कारण ड्रग पेडलर्स का ठिकाना बनता जा रहा है इंदौर शहर ! 

यूं तो ड्रग पेडलर्स लगभग सभी जगह मौजूद है लेकिन पूर्वी इंदौर की कई कॉलोनी में अवैध रूप से संचालित हो रहे होटल में ड्रग पेडलर्स आसानी से अपना ठिकाना बना रहे हैं !  इंदौर की महालक्ष्मी नगर, चिकित्सक नगर, विजय नगर जैसे इलाके ड्रग्स के व्यापार के लिए भी पहचाने जाने लगे हैं ! यूं तो शहर की पुलिस लगातार ड्रिंक एंड ड्राइव मुहीम चलाती रहती है लेकिन इससे भी बड़ा और खतरनाक नशा बेहद आसानी से शहर में बिक रहा है जिस पर या तो पुलिस की नजर नहीं है या फिर गुप्तचर व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है ! कुछ ही वर्षों पहले ड्रग वाली आंटी की गिरफ्तारी ने सुर्खियां बटोरी थी और बहुत ही कम समय में जिस  विलासिता से ड्रग वाली आंटी जीवन यापन कर रही थी इस विलासिता से अंदाजा लगाया जा सकता है की ड्रग्स का कारोबार इंदौर शहर में किस हद तक फैल चुका है ! 

पब्स में आसानी से बिकता हे सूखा नशा 

आये दिन पब्स में विवादों की खबर सुर्खियां बटोर रही हे ,हर बार पुलिस यह कह कर मामला दर्ज कर लेती हे की शराब के नशे में विवाद हुआ ,जबकि शराब के नशे में विवाद की बातें सरासर गलत होती हे ,अकसर यह विवाद सूखे नशे की बेहोशी में होते हैं ,ड्रग पेडलर्स खुले आम मादक पदार्थों का व्यापर इन्ही पब्स में बैठ करते हैं ! कई पब्स संचालक भी इन्हे पूरी मदद करते हैं ,और कई मामलों में सुनने में यह भी आया हे की पुलिस की सेटिंग भी आसानी से ! एक बार यह लत जाए तो आसानी से छूटती भी नहीं हे ! 

हर नशे का अलग कोड और कीमत 

MD ,LSD ,कोकीन ,गांजा ,चरस जैसे सूखे नशे के अपने अलग नाम भी हैं ,MD को म्याऊ म्यांऊ या मिरिंडा  भाव लगभग 2500 /ग्रा ,LSD डाक टिकट भाव 1500/नग ,कोकीन (कोक) लगभग 11000 वहीँ गांजा (हरा ) लगभग 1000/25 ग्रा। 

नहीं पता लगता आसान जांच में 

अक्सर देखने को मिलता हे की पुलिस शराब के नशे को जांचने के लिए ब्रीद अनलाइज़र से तुरंत पता कर लेती की शख्स ने कितनी शराब पी रखी हे ,अगर एक निश्चित मापदंड से ज़्यादा शराब की मात्रा पाई जाती हे तो गाड़ी चलाना गैर कानूनी होता हे ,लेकिन सूखे नशे को जांचने के पुलिस के पास अभी तक कोई उपकरण नहीं बना हे !यही कारन हे की युवाओं में सूखे नशे का चलन महंगा होने के बावजूद भी बढ़ा हे ! बेशक शराब से कई गुना अधिक खतरनाक होने के बावजूद भी युवा इस नशे की तरफ ज़यादा आकर्षित हो रहे हैं ! 

युवाओं में बढ़ती सूखे नही की लत बेहद खतरनाक हे ,इसकी आवक को रोकने के लिए सख्त निति और दृश्टिकोण पुलिस को अपनाना होगा ,वही नशे को तुरंत मापने के लिए उपकरणों की भी ज़रूरत होगी  अभी तक खून की जांच के अलावा ऐसा कोई उपकरण नहीं बना हे जिससे तत्काल  ऐसे नशे को मापा जा सके ! डॉ क्षितिज दुबे ( सीनियर हार्ट सर्जन )