डॉ. अंबेडकर की जन्मस्थली-महू को मोदी घोषित करेंगे राष्ट्रीय धरोहर
डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस के उपलक्ष्य पर इंदौर के महू में स्थित संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की जन्म स्थली को 6 दिसम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा वर्चुअल कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जा रहा है।
आजादी अमृत महोत्सव के तहत डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर आयोजित होगा पंचतीर्थ
कार्यक्रम की व्यवस्थाओं का जायजा लेने डॉ. भीमराव अंबेडकर के जन्म स्थली पहुंचे कलेक्टर मनीष सिंह
द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर। Indore News.
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत डॉ. भीमराव अंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर पंचतीर्थ कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा। जिसमे डॉ. अम्बेडकर से जुड़े देश के 5 स्थानों को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा राष्ट्रीय धरोहर घोषित किया जायेगा, जिसमे महू स्थित डॉ. अम्बेडकर की जन्म स्थली भी शामिल है।
उक्त कार्यक्रम हेतु की जा रही तैयारियों का जायजा लेने के लिये कलेक्टर मनीष सिंह बुधवार दोपहर डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जन्म स्थली पहुंचे। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को कार्यक्रम के आयोजन के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि उनके द्वारा मध्यप्रदेश शासन के अनुसूचित जाति विकास विभाग के आयुक्त से जन्म स्थली को राष्ट्रीय धरोहर के रूप में संधारित करने के लिये आवश्यक राशि की स्वीकृति हेतु अनुरोध किया गया है।
दो चरणों में होंगे काम
जन्म स्थली को राष्ट्रीय स्तर का रूप देने के लिये दो प्रकार की कार्ययोजना तैयार की गई है, जिसमें एक लघु समय में (6 दिसम्बर के पूर्व) तथा एक दीर्घ कालीन कार्ययोजना शामिल है। लघु समय में जन्म स्मारक पर रिपेयर एवं मेंटनेन्स कार्य, अस्थि कलश मॉन्यूमेंट की स्थापना, संपूर्ण स्मारक परिसर की मार्बल सफाई कार्य, बाबा साहेब की बड़ी एवं छोटी मूर्ति तथा रेलिंग पर हाथियों की विशेष पेंटिंग आदि कार्य संपन्न कराये जाने है। इन कार्यों की कुल लागत 1 करोड़ 7 लाख 11 हजार 500 रूपये है।
इसी तरह दीर्घ कालीन कार्ययोजना में डॉ. अम्बेडकर द्वारा लोकसभा के अंदर दिए गए वक्तव्य की गैलरी का निर्माण, 70 फीट का तिरंगा झंडा लगवाना, स्क्रीन पर डिजिटल भाषण हाल, संविधान की उद्देशिका आदि कार्य शामिल किये गये है।