बंगाली चौराहा कैलाशपुरी रुद्रेश्वर महादेव मंदिर से निकली श्रीराम रथ पालकी यात्रा

कल बंगाली चौराहा कैलाशपुरी रुद्रेश्वर महादेव मंदिर से भव्य श्री राम रथ पालकी यात्रा निकली गयी, जिसमें श्री राम जिम और शालिग्राम व्यायामशाला के कलाकारों ने अपनी शानदार कला का प्रदर्शन किया।

बंगाली चौराहा कैलाशपुरी रुद्रेश्वर महादेव मंदिर से निकली श्रीराम रथ पालकी यात्रा

यात्रा में श्रीराम जिम और शालिग्राम व्यायामशाला के कलाकारों ने किया कला का प्रदर्शन

द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क, इंदौर।

रथ यात्रा में भारत माता की वेशभूषा में नन्ही बालिकाओ ने भाग लिया एक बालक हनुमान जी वेशभूषा पहन कर करतब दिखाते नजर आया वही कुछ युवा महाराणाप्रताप और वीर शिवजी रानी लक्ष्मीबाई की वेश भूसा में नजर आये, और कुछ बच्चे अहिल्याबाई, भारत माता, राधा कृष्ण,  श्री राम-सीता लक्ष्मण की प्रतिमूर्ति में भी नजर आये ! 

इन मार्गों से निकली भव्य यात्रा 

यात्रा की शुरुवात बंगाली चौराहा के पास कैलाश पूरी स्थित श्री रुद्रेश्वर महादेव मंदिर पर पूजा अर्चना के साथ प्रारम्भ हुई, देवपुरी, सूरज नगर, केशव नगर, कैलाशपुरी, बंगाली चौराहा, श्री राम नगर से निकली यात्रा के स्वागत के लिए जगह जगह मंच लगाए गए। यात्रा का समापन श्री राम जिम कैलाश पूरी पर आरती के पश्चात खिचड़ी प्रसादी के साथ समापन हुआ

यात्रा जिस भी मार्ग से निकली वहाँ श्रद्धालुओं का मजमा सा लग गया, यात्रा में बजरंगबली की भव्य मूर्ति, श्री राम जी का पानी पर तैरता राम सेतु पत्थर, रथ, अखाडा, घोड़े- बग्घी के साथ चलते चलते एक मण्डली भगवान के भजनो की प्रस्तुति दे रही थी। पूरी यात्रा का नजारा इतना भव्य था की देखते ही बन रहा था। यात्रा की मुख्य विशेषता यह रहीं कि प्रभु श्री राम की रथ यात्रा में शामिल लोगों से अधिक पूरे यात्रा मार्ग में मात्र शक्ति द्वारा पूजा अर्चना की गई। 

कई सालों से लोगों के सहयोग से निकल रही यात्रा

यात्रा संयोजक  श्रीराम जिम के धर्मेंद्र पालीवाल विकास जोशी ने बताया कि यात्रा विगत कई  वर्षो से इसी प्रकार से निकल रही है इस यात्रा में सभी समाजजन स्वेच्छा से दान धर्म करते है सभी जन मानस का सहयोग इस यात्रा को मिलता है, जहां प्रभु श्री राम के स्मृति में किसी आयोजन को किया जाता है, उसमे उद्देश्य शब्द बहुत छोटा पड़ता है।

जिस तरह समुंद्र की गहराइयों को नापना असंभव है उसी तरह श्री राम जी अकाट्य कर्म  साधना के पलो को किसी भी उद्देश्य तक सीमित नहीं रखा जा सकता है, इसलिए उनके नाम से आयोजन करना जन मानस तक पहुंचना, जिसमें  उनका सफ़र कैसे राम से शुरू होकर मर्यादा पुरषोत्तम श्री राम तक पहुंचा और जिनके राज्य की वह किवदंती, जिसमे उनके राज्य कौशल, जिसके बारे में सुनाई जाती है कि उस समय के उनके सभी सहायको की निष्ठा राष्ट्र के प्रती समर्पित थी, इसलिए तत्कालीन जनता भी राष्ट्र के प्रति समर्पित थी।  

मुख्य रूप से ये रहे शामिल

यात्रा में क्षेत्रीय विधायक महेंद्र हार्डिया, नानूराम कुमावत, पवन जी तिवारी, किशोर जी चौकसे, पूनम जी मौर्य, राजेश उदावत, रितेश जी तिवारी, महेश पालीवाल, टीनू जैन, पुष्पेंद्र पाटीदार, दिनेश सोनगरा, कोमल पाटीदार, विपिन पाटीदार, सुनील पाटीदार, अर्पित पालीवाल, योगराज पाटीदार, के साथ कई और गणमान्यजन भी शामिल हुए व दर्शन लाभ लिया !

यात्रा की झलकियां