कैलाश होंगे 2 नंबर से विधानसभा प्रत्याशी?
मेंदोला को 3 ,मालिनी 1 ,शंकर 4 से ,सत्ता से ज़्यादा वर्चस्व की लड़ाई बन रहा मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव ,कांग्रेस भाजपा में भारी उलटफेर के संकेत ,दल बदल भी हो रहा धड्ड्ले से ,मानमनौवल भी नहीं आ रहे काम
दोनों दलों में भारी कोतुहल , कांग्रेस 2018 के नतीजों को लेकर आशान्वित
भाजपा में लगातार हो रही कानाफूसी ,सबको चौंकाने वाली बातें आ रही सामने
पहली बार केंद्रीय नेतृत्व इस कदर सक्रिय ,रोचक होता जा रहा म.प्र चुनाव
नए नए समीकरण को ले कर उड़ रही अफवाएं
जैसे जैसे चुनाव का वक़्त नज़दीक आ रहा हे मध्य प्रदेश में नित नई बातें प्रत्याशियों को ले कर सामने आ रही हैं। हर गली हर नुक्कड़ पर चाय कचोरी के साथ बहस का एक ही मुद्दा ,"कौन लड़ेगा कहाँ से " ! जहाँ पुरे प्रदेश में इस विषय पर गंभीर बहस चल पड़ी हे वहीँ इंदौर भी इससे अछूता नहीं हे ! महाकोशल से ले कर मालवा निमाड़ तक भावी प्रत्याशियों को ले कर अलग अलग समीकरण बनते जा रहे हैं !
बात अगर इंदौर की करें तो हर विधानसभा में दोनों ही दलों को ले कर भी नए नए समीकरण सामने आने लगे हैं ,2 नंबर से कैलाश ,3 से मेंदोला ,1 से मालिनी गौड़ ,उषा ठाकुर और 4 से शंकर के नाम ज़ोरों पर चल पड़े हैं ! कैलाश के बढ़ते कद और दिल्ली तक मज़बूत पकड़ ने इस बार जहाँ कैलाश को फिर प्रदेश की राजनीती में सक्रीय कर दिया हे ,समर्थक उन्हें मौजूदा दायित्व के साथ भविष्य में प्रदेश में एक बड़े ओहदे पर देखने की आस लगा बैठें हे! 3 नंबर पर मौजूदा स्थितियों को देखते हुए हर कोई मेंदोला के सामर्थ्य पर भरोसा करने लगा हे ,शंकर जिनका संसदीय कार्यकाल ख़त्म होने को हे ,उनके समर्थक भी अब मानने लगे हैं की शंकर की असली शक्तियों का प्रयोग बतौर सांसद शहर के लिए कम ही रहा हे ,प्रदेश की राजनीती में वे कई गुना अधिक योगदान दे सकते हे ! मालिनी गौड़ खुद अपने स्वास्थ को ले कर पार्टी हाईकमान को चुनाव नहीं लड़ने की बात कह चुकी हे और अपने वारिस के रूप में अपने पुत्र एकलव्य को आगे बढ़ाने में अपनी पूरी ताकत झोंक रही हैं ,लेकिन विरोध के चलते उनके समर्थक उन्हें 1 नंबर से ताकत आज़माने की बात कह रहे हैं ,वहीँ कई समय से वनवास झेल रही उषा ठाकुर फिर अपनी खोई रियासत विधानसभा 1 पर अपना दावा पेश कर रही हैं !
बात अगर कांग्रेस की हो तो जहाँ एक और 2018 के नतीजे ,बड़ी मात्रा में भाजपा से वरिष्ठ नेताओं के पलायन और भाजपा में निचले स्तर पर पनप रहे असंतोष को ले कर काफी आशान्वित हे ! महाकौशल और मालवा निमाड़ में भी अच्छी खासी गहमगहमी इसके नेताओं की देखने को मिल रही हे ! इंदौर 1 और राऊ विधानसभा से अपने 2 शूरवीरों जीतू और संजय पर लगभग भरोसा तय ही माना जा रहा हे ! संजय जहाँ पुरे कार्यकाल में अपने किये वादों को निभाने के साथ बड़े धार्मिक आयोजन में लगातार सक्रीय हैं ,वही जीतू खुद किसान होने के नाते किसानों के मुद्दों पर अपनी मज़बूत पकड़ बनाये हुए हैं !विधानसभा 5 में सत्यनाराण पटेल ने अभी अभी एक बड़ा कथावाचन का कार्यक्रम भी करवा दिया ,इतना ही नहीं विधानसभा चुनाव में क्षेत्र में कथावाचक से तारणहार बनने का वादा भी ले लिया ! स्वप्निल भी अपनी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर यहीं के मतदाताओं को जाग्रत कर उनकी समस्या खुद तक पहुँचाने की रणनीति को ले कर सक्रीय हैं ! विधान सभा 2 से हमेशा की तरह अभीमन्यु की भूमिका में चिंटू का नाम कांग्रेस की सूचि में अजेय हे ! विधानसभा 3 में पिंटू पारिवारिक विवाद से जीत कर विधानसभा जितने की तैयारी में लगे हैं ! 4 जिसे अयोध्या का दर्जा प्राप्त हे वहां कोई दमदार उम्मीदवार कांग्रेस को हाल फ़िलहाल मिलता दीख नहीं रहा ! देपालपुर से जबरेश्वर सेना विशाल के सामने कितनी टिक पति हे यह वक़्त की बताएगा !
बहरहाल कौन कहाँ से उम्मीदवार बनेगा ,कहाँ समर्थकों की बात को तवज़्ज़ो दी जाएगी दोनों ही दलों की सशक्त टीमें इस पर काम कर रही हे ,लेकिन एक बात स्पष्ट तौर पर दीख रही हे की इस बार मुद्दों पर नहीं चुनावी मैनेजमेंट पर ज़यादा फोकस किया जायेगा ! दोनों ही दल की रणनीति इस बार यही दीख रही हे "जीत हो या फिर चाहे हार हो ,मुकाबला टक्कर का होना चाहिए"