इंदौर की ताई को पद्म भूषण अवार्ड
इंदौर से आठ बार की सांसद रह चुकीं, हम सबकी प्रिय ताई यानी पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म भूषण अवार्ड से सम्मानित किया। ताई के अलावा इंदौर की एक और शख्सियत को उद्योगपति डॉ. नेमनाथ जैन को पद्मश्री अवार्ड दिया गया।
उद्योगपति डॉ. नेमनाथ जैन को भी राष्ट्रपति ने दिया पद्मश्री
इंदौर को मिली इस दोहरी उपलब्धि पर पूरा शहर उत्साहित
द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर। Indore News.
राष्ट्रपति भवन में सोमवार को हुए अवार्ड समारोह में इंदौर की ताई को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। दिल्ली में मिले इस सम्मान के बाद इंदौरवासियों में उत्साह है। पूरा इंदौर अपनी जनप्रिय नेता की उपलब्धि पर गर्व महसूस कर रहा है।
ताई ने इंदौर लोकसभा सीट पर लगातार 8 बार चुनाव जीतकर नए रिकॉर्ड बनाये हैं। साल 1980 में राजनीति के क्षेत्र में कदम रखने वाली सुमित्रा महाजन पहली बार नगर निगम की पार्षद बनीं थीं। उप महापौर बनने के बाद 1989 में उन्होंने इंदौर लोकसभा से दिग्गज कांग्रेस नेता प्रकाशचन्द सेठी को हराया। इसके बाद वो 2014 तक लगातार सांसद बनी रहीं। वहीं 2014 में 16 वीं लोकसभा की अध्यक्ष बनी।
आज सफलता को बहुत बड़ा मुकाम मिल गया है। बहुत अच्छा लगा कि इतने साल जो काम किया है उसे कहीं न कहीं पहचान मिल गई।
- सुमित्रा महाजन, पूर्व लोकसभा अध्यक्ष
डॉ. नेमनाथ जैन को पद्मश्री
उद्योगपति तथा प्रेस्टीज औद्योगिक एवं शिक्षण समूह के संस्थापक डॉ. नेमनाथ जैन को ट्रेड एवं इंडस्ट्री में उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविद ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ. नेमनाथ जैन ने इंदौर एवं मध्यप्रदेश के नागरिकों के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान इंदौर एवं मध्य प्रदेश के लोगों का सम्मान है।
अविभाजित भारत और वर्तमान में पाकिस्तान के रावलपिंडी शहर में 17 सितंबर 1931 को जन्मे डॉ. नेमनाथ जैन विभाजन के बाद 16 साल की उम्र में इंदौर में आकर बस गए। यहाँ मिल में नौकरी करते हुए एसजीएसआईटीएस से इंजीनियरिंग करने के बाद कुछ समय तक नौकरी की। इसके बाद प्रेस्टीज औद्योगिक समूह की स्थापना की। 1994 में प्रेस्टीज इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड रिसर्च की स्थापना की।