आत्मा एक शरीर अनेक की कार्यशैली को आत्मसात करने वाले मनीष सिंह को मिला प्रधानमंत्री उत्कृष्टता अवॉर्ड

नगर निगम कमिश्नर रहते इंदौर को स्वच्छता में पूरे देश के नक्शे पर एक नई पहचान दिलाने वाले , एक हार्ड टास्क मास्टर के रूप में पहचान बनाने वाले कलेक्टर को वर्ष 2021 के लिए प्रधानमंत्री उत्कृष्टता पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है !

आत्मा एक शरीर अनेक की कार्यशैली को आत्मसात करने वाले  मनीष  सिंह को मिला  प्रधानमंत्री उत्कृष्टता अवॉर्ड
manish singh

किसी भी वक्त किसी भी साधन से किसी भी रूप में शहर का दौरा कर शहर में चल रही गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखने में माहिर कलेक्टर मनीष सिंह इस अवार्ड के हकदार भी है, निगम जैसी संस्था के अधिकारियों और कर्मचारियों से  जहां काम लेना मुश्किल है वही  कमिश्नर रहते हुए इंदौर कलेक्टर ने न सिर्फ इन लोगों से काम लिया , इनकी गलतियों का एहसास कराया जहां जरूरत पड़ी वहां इन्हें दंडित भी किया और उसका नतीजा यह निकला इंदौर आज स्वच्छता के मामले में पूरे देश के मानचित्र पर अपनी एक अलग पहचान बना गया ! कलेक्टर के रूप में इनकी कार्यशैली भी वही बनी रही  जब इन्होंने इंदौर के भू माफियाओं द्वारा की गई ठगी का पैसा जनता को दिलवाया वही जमाखोरों पर भी सख्त कार्रवाई करी !

 

भू माफियों और जमाखोरों के लिए बने दुःस्वप्न

भू माफियाओं की कमर तोड़ने में भी कलेक्टर मनीष सिंह की एक अहम भूमिका रही है अब आलम यह है कि कोई भी भू माफिया इस तरह की ठगी करने की सोच भी नहीं सकता और इंदौर की जनता कलेक्टर मनीष सिंह खुले मन से तारीफ भी  करती है ! अपनी सख्त कार्यशैली को लेकर कलेक्टर मनीष सिंह कई बार विवादों में भी रहे लेकिन उनका मानना है कि जनकल्याण के कार्यों में अधीनस्थों द्वारा जब भी कोई गलती की जाती है तो उनका धर्म है कि दोषियों पर तत्काल कार्रवाई की जाये  और जब भी सख्त कदम उठाए जाते हैं उसका नतीजा एक सफल परिणाम में दिखता हे , एक मैनेजमेंट फिलोसोफी भी यही कहती है कि जो जितना सख्त है वह उतने ही अच्छे परिणाम ही देता  है !

शहर की नब्ज़ से भलीभांति परिचित हे मनीष सिंह

इंदौर के चप्पे-चप्पे और संस्कृति से वाकिफ होना भी एक बहुत बड़ा कारण रहा है कि कलेक्टर मनीष सिंह अच्छे परिणाम दे पाए हैं पिछले कई वर्षों में कलेक्टर मनीष सिंह इंदौर विकास प्राधिकरण ,मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम, मध्य प्रदेश विद्युत मंडल जैसे विभागों में प्रमुख के रूप में कार्य कर चुके हैं,  इंदौर कलेक्टर के लिए कोई भी समस्या मुश्किल नहीं है ,प्रशासनिक हलकों में भी यही बात जोरों पर चलती है और बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान वह अपने एक फोन कॉल पर कर देते हैं ! तुरंत निर्णय लेना और तुरंत समस्या का समाधान कर देना  एक बहुत बड़ा कारण रहा है की  कलेक्टर मनीष सिंह इंदौर के लिए लगातार अच्छे कार्य करते जा रहे हैं ! निगम कमिश्नर रहते हुए उन्होंने निगम के कार्यशैली में जो भी परिवर्तन किये आज तक निगम के अधिकारी उसी कार्यशैली का अनुसरण कर लगातार इंदौर को नए उपलब्धियों के शिखर पर लेते जा रहे हे ! आम जनता के लिए सहजता से उपलब्ध मनीष सिंह बेशक एक सख्त प्रशासक के रूप में जाने जाते हे लेकिन उन्होंने अपनी पहचान भूमिगत कर्मवीर के रूप में बनाई हे ,जैसे ही उन्हें उत्कृष्ट  पुरस्कार के लिए चयनित किया गया उन्होंने सब से पहले निगम के रात दिन सफाई में जुटे सफाईकर्मियों को पुरस्कार समर्पित भी कर दिया जो पुनः साबित कर देता हे की उनकी कार्यशैली “आत्मा एक लेकिन शरीर अनेक” के सिद्धांत पर ही चलती हे  !