पत्नी ने पूर्व पति से दोबारा बनाए संबंध तो वर्तमान पति ने मार डाला
बाणगंगा थाना क्षेत्र में दो दिन पहले हुई मां-बेटे की हत्या के मामले में पुलिस ने महिला के पति को गिरफ्तार कर लिया। पति ने खौफनाक घटना को इसलिए अंजाम दिया कि महिला ने अपने पूर्व पति से दोबारा संबंध बना लिए थे, इसके चलते वर्तमान पति नाराज रहने लगा था।
मां-बेटे के दोहरे कत्ल का पर्दाफाश, आरोपी 24 घण्टे में बाणगंगा पुलिस इंदौर की गिरफ्त में
आरोपी पति ने गहरी नींद में सो रही पत्नी व सौतेले पुत्र का गला रेतकर की थी बेरहमी से हत्या
द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर। Indore News.
12 जनवरी को थाना बाणगंगा पर मंगेश पिता अनंतराव गावंडे ने सूचना दी कि वह गणेश धाम कालोनी में किराये के मकान में रहता है। तीन दिन पहले उसके परिचित कुलदीप दिगे अपनी पत्नि शारदा गुर्जर व पुत्र आकाश के साथ जिला अकोला-महाराष्ट्र से काम की तलाश में आए और उसके साथ ही उसके कमरे पर रुके थे। शाम को साढ़े चार बजे जब वह काम से वापस कमरे पर आया तो शारदा गुर्जर व आकाश की खुन से सनी हुई लाशें मिलीं और कुलदीप गायब था।
पूछताछ किये जाने पर मंगेश गावंडे ने बताया कि वह पिछले तीन साल से शारदा को जानता है एवं कुलदीप के पहले शारदा, उसके साथ 6 माह तक रही थी और इसलिये मंगेश ने शारदा को अपने साथ रहने के लिये इन्दौर बुलवाया था। शारदा, कुलदीप दिगे से पीछा छुड़ाना चाहती थी, लेकिन कुलदीप उसको नही छोड़ रहा था, इसी बात पर दोनों का झगड़ा भी होता था।
मोबाइल रिकॉर्डिंग से हुआ अवैध संबंध का खुलासा
पुलिस ने मंगेश गावंड़े एवं आरोपी कुलदीप दिगे के बीच घटना दिनांक को शाम चार बजे मोबाईल फोन पर हुई बातचीत की रिकार्डिंग्स को सुना, जिसमें मंगेश गावंडे एवं मृतिका शारदा के बीच अवैध संबंधों का खुलासा हुआ। बातचीत में आऱोपी कुलदीप नें मंगेश से कहा कि “मेरा जीवन अच्छा चल रहा था तुने हमको इंदौर क्यो बुलाया, शारदा तो हरामी है ही, लेकिन तुमने मेरे साथ गद्दारी की, तुम भी मरोगे और मैं भी मरुंगा आज ही। कमरे की चाबी संडास के बाजू में खांड में रखी है, दरवाजा खोलो, आपको उसके पास में नींद अच्छी आयेगी, तुम शारदा के पास ही रहना अब”।
मोबाइल लोकेशन से ही पकड़ा गया आरोपी
यह भी पता चला कि कुलदीप दिगे हत्या करने के बाद में मंगेश के नाम की सिम वाला मोबाईल लेकर गया है। उक्त आधार पर कुलदीप के मोबाईल की लोकेशन निकलवाई गई। मोबाईल नंबर को ट्रेस करने पर लोकेशन निंबोरा जिला जलगांव की मिली। लोकेशन को गुगल मैप पर ट्रेस करने पर निंबोरा रेल्वे स्टेशन के पास होना पाया। मोबाईल लोकेशन के समय के आधार पर खंडवा व भुसावल स्टेशन के बीच ट्रेन सर्च करने पर निंबोरा रेल्वे स्टेशन के पास में कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन की लोकेशन मिली।
बाद में दोबारा कुलदीप के मोबाईल की लोकेशन प्राप्त करने पर जिला अकोला जाने वाले रुट पर ग्राम मल्कापुर एवं ग्राम शेगांव जिला बुलढाना(महा.) की मिली, जिसके आधार पर पाया कि आरोपी कुलदीप भुसावल से अकोला बस के माध्यम से जा रहा है। मोबाईल लोकेशन के रुट के आधार पर पुलिस टीम अकोला महाराष्ट्र के लिये रवाना की गई। पुलिस टीम ने कुलदीप दिगे को लोकल पुलिस चौकी अड़गांव थाना हिवरखेड़ की सहायता से आरोपी कुलदीप दिगे को उसके घर से ग्राम लोनाग्रा से गिरफ्तार कर लिया गया।
दो साल पहले ही हुई थी शादी
कुलदीप ने बताया कि शारदा गुर्जर के साथ में उसकी शादी दो साल पहले हुई थी। उसकी शादी के पूर्व में शारदा के चार पति रहे है। शारदा का पहला पति तानाजी लोकरे निवासी सिरसोली था जिससे कोई संतान नही थी। दूसरा पति मदन कारंडे निवासी अकोला से हुई जिससे पुत्र गणेश हुआ। तीसरा पति विजय गुर्जर निवासी ग्राम खामगांव था जिससे पुत्र आकाश हुआ था। चौथा पति मंगेश गावंडे था। शारदा गुर्जर नें नये साल में 1 जनवरी से मंगेश गावंडे पुनः बातचित शुरु कर दी थी।
पूर्व पति ने काम के बहाने बुलाया इंदौर
कुछ दिन पूर्व शारदा गुर्जर ने काम के लिए पूछा तो मंगेश गावंडे नें इंदौर आने के लिये कहा, तब कुलदीप दिगे-शारदा गुर्जर व उनका 11 वर्षीय पुत्र आकाश इंदौर आ गये थे। वे मंगेश गावंडे के साथ ही उसके कमरे पर गणेश धाम कालोनी में रुके हुए थे। शारदा और मंगेश गावंडे के बीच पुनः अवैध संबंध स्थापित हो गये और शारदा आरोपी कुलदीप दिगे को छोड़ने की धमकी देने लगी थी। इसी के चलते ने 12 जनवरी को सुबह 7 बजे मंगेश गावंडे के काम पर जाने के बाद सो रही शारदा व आकाश के सिर में पहले गैस टंकी मारी, फिर सब्जी काटने के चाकू से दोनों का गला काट कर उनकी हत्या कर दी।
पुलिस टीम
थाना प्रभारी बाणगंगा निरीक्षक राजेन्द्र सोनी एवं उनकी टीम के उनि स्वराज डाबी, उनि योगेश गरासिया, उनि जगदीश मालवीय, उनि सुखलाल भंवर, सउनि सर्वेश फुके, सउनि मोहन कौशल, सउनि दिनेश त्रिपाठी, सउनि महेश चौहान, प्र.आर. 2903 शैलेन्द्र मीणा, प्र.आर. 2867 शंभुदयाल शर्मा, प्र.आर. 1691 राजीव यादव, आर. 3500 हीरामणि मिश्रा, आर. 3714 मालाराम सिकरवार आर. 1155 राजकुमार चौबे, आर. 3300 मुनेश बैस, आर. 158 जानेन्द्र बघेल, आर. 3308 बादल बैस, सायबर सेल के आर. 3406 विकास बचानिया व आर. 2578 अमित मौर्य।