मुरादपुरा के किसान और भूमाफिया के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत एफआईआर

मुरादपुरा स्थित सर्वे क्रमांक 345/1 /1 और 346 /1 कुल रकबा 1.228 हैक्टेयर जमीन गुलाब सिंह द्वारा दिनेश ब्राह्मण निवासी खजराना को मुंह बदला कर वर्ष 2003 में दे दी गई थी। इस जमीन को दूसरी पार्टी के परिजनों ने षडयंत्र पूर्वक किसी और को बेच दी, पर पुलिस के पास मामला जाते ही दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।

मुरादपुरा के किसान और भूमाफिया के खिलाफ धोखाधड़ी के तहत एफआईआर

अधिवक्ता किसान के साथ षडयंत्रपूर्वक की धोखाधड़ी, परिवार, क्रेता एवं गवाहों के साथ मिलकर बेची जमीन

पंजीयक और सहकारिता विभाग की भूमिका संदेहास्पद, पुलिस जांच में खुली दस्तावेजों में हैरफेर की पोल

शहरी सीमा के आसपास लगातार बढ़ रहै ऐसे प्रकरण, किसान की नीयत ख़राब होते ही मिल रहै भूमाफियों से

द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क, इंदौर

दरअसल उक्त जमीन पर 1.15 लाख राशि गुलाब सिंह द्वारा गवाहों के सामने प्राप्त की जा कर भूमि का कब्जा भी दिनेश ब्राह्मण को दे दिया गया था। बदले में गुलाब सिंह द्वारा दिनेश ब्राह्मण के स्वामित्व की भूमि सर्वे क्रमांक 214/2 भी प्राप्त कर ली गई थी। 

वर्षों से अपनी अपनी भूमि पर दोनों ही किसान कृषि कार्य कर रहे थे। वर्ष 2017 में गुलाब सिंह की मृत्यु के बाद तक भी गुलाब सिंह द्वारा हस्तानांतरित की गई भूमि पर उनके द्वारा लिया गया ऋण, भूमि विकास बैंक में जमा नहीं होने से, रजिस्ट्री में देरी हो रही थी। क्यूंकि विधि अनुसार अगर किसी भूमि पर ऋण बाकि है, तो उस भूमि की रजिस्ट्री सम्पादित नहीं की जा सकती। दिनेश ब्राह्मण द्वारा कई बार गुलाब सिंह के परिवार और पुत्र को इस बारे में अवगत भी कराया जा चुका था और उनके द्वारा बार-बार यही आश्वासन दिया जाता रहा कि हम जल्द ही भूमि विकास बैंक का ऋण जमा करा देंगे।

भाव बढ़ते ही बदली नीयत

जमीनों के भाव बढ़ते ही गुलाब सिंह के पुत्र दरबार सिंह, पत्नी इंदर बाई और उषा बाईभूरी बाई की नीयत बदली और वर्ष 2022 में जमीन जगदीश चौधरी और दीपक चौधरी को बेच दी। दिनेश ब्राह्मण द्वारा इनके खिलाफ रजिस्ट्री नहीं कराने के कारण न्यायालय में 5 मई 2022 को वाद पंजीबद्ध करा दिया था। साथ ही उक्त भूमि पर वर्ष 2003 से ही दिनेश ब्राह्मण का कब्जा है, जिसकी पुष्टि पटवारी द्वारा अपनी रिपोर्ट में भी की जा चुकी है। एफआईआर अनुसार क्रेता-विक्रेता दोनों द्वारा भी कब्ज़ा दिनेश का माना है।

जल्द होगी गिरफ़्तारी 

इसी के चलते दस्तावेजी साक्ष्यों के आधार पर रावजी बाजार थाने में दिनेश ब्राह्मण ने आवेदन दिया जिसकी सूक्ष्मता से जांच करने के बाद दरबार सिंह, इंदर बाई, भूरी बाई एवं उषा बाई पर 420, 406, 467, 468 और 120 B के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी रावजी बाजार का कहना है कि अभी मामले की विवेचना जारी है और अगर और कोई अन्य अपराधी भी इसमें शामिल है तो उन पर भी कार्यवाही की जाएगी और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जायेगा। 

पुलिस ने ही दिलाया न्याय, बाकि विभाग खामोश 

पीड़ित किसान द्वारा मय दस्तावेजी साक्ष्य सहकारिता विभाग और जिला पंजीयक को शिकायत की जाती रही है, लेकिन दोनों ही विभागों द्वारा आज दिनांक तक भी आरोपियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई, जिससे दोनों ही विभाग में फैले भ्रस्टाचार को भली-भांति समझा जा सकता है। अंततः पुलिस ने मामले की सूक्ष्म जांच कर एफआईआर दर्ज की। एफआईआर के पढ़ने से साफ दिख रहा है कि इसमें आरोपियों की संख्या बढ़ना तय है, क्योंकि इस प्रकरण से ऐसा प्रतीत होता है कि किसान और कानून दोनों के साथ धोखा हुआ है।

ये पांच बिंदु, जो सेलडीड में लिखे हैं गलत

  1. भूमि का कब्जा देनाऔर लेना गलत लिखा है।
  2. सेलडीड के समय ऋण बाकि नहीं होना गलत लिखा है।
  3. सेलडीड के समय न्यायिक प्रकरण विचाराधीन नहीं होना भी गलत लिखा है।
  4. पूर्व में किसी से भूमि के संबंध में अनुबंध नहीं होना भी गलत लिखा है।
  5. सेलडीड में लिखे छः चैक में से सिर्फ़ दो चेक राशि 80 लाख रुपए ही किसान ने प्राप्त किए, जबकि भुगतान सम्पूर्ण बताते हुए सलेडीड निष्पादित कर ली गई। यही बात पुलिस द्वारा लिए बयान में 3 आरोपियों द्वारा स्वीकार भी ली गई, जिससे स्पष्ट है कि सभी जानते थे कि सौदा विवादित ज़मीन का किया जा रहा है, क्यूंकि लिखा कुछ है और हुवा कुछ, यानि शेष राशि कब्ज़े और नामांतरण के बाद भुगतान की जानी थी।

करेंगे कार्रवाई

मामले में हमें पहले ही शिकायत प्राप्त हो चुकी है, जिसकी जांच की जा रही है और सभी दोषियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी।

  • दीपक शर्मा, वरिष्ठ जिला पंजीयक-इंदौर

उचित फोरम पर रखेंगे प्रकरण

ऐसे मामले लगातार बढ़ रहे हैं, रजिस्ट्री नियमों की खुलेआम धज्जियाँ उड़ाई जा रही हैं और किसानों को न्यायालीन विवादों की तरफ धकेला जा रहा है। रजिस्ट्रार कार्यालय और सहकारिता विभाग में भ्रष्टाचार बीमारी की तरह फ़ैल रहा है। एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ ने पिछले दिनों करीब दस ऐसे मामले प्रमुखता से उजागर किये हैं, अगर सम्बंधित विभाग द्वारा कार्यवाही नहीं की जाती है, तो और अधिक जानकारी जुटा कर उचित पटल पर रखेंगे और न्याय की मांग करेंगे।

  • दिलीप मुकाती शहर, अध्यक्ष, भारतीय किसान संघ-इंदौर