इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया झंडावंदन

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गणतंत्र दिवस के अवसर पर इंदौर में आयोजित मुख्य समारोह में ध्वजारोहण किया। उन्होंने परेड की सलामी भी ली। इंदौर जिले में आज उत्साह और उमंग के साथ देशभक्ति के जोश और जुनून के वातावरण में राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस मनाया गया। 

इंदौर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने किया झंडावंदन
republic day parade indore

धूमधाम से मनाया गया गणतंत्र दिवस समारोह, 10 प्लाटूनों ने निकाली परेड

विभिन्न शासकीय विभागों की झांकियां भी निकलीं, सरकारी कर्मचारी पुरुस्कृत

द एक्सपोज लाइव न्यूज नेटवर्क, इंदौर। Indore News.

इस अवसर पर विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा नयनाभिराम झांकियां भी निकाली गयी। समारोह में चौहान ने गणतंत्र दिवस संदेश का वाचन किया। समारोह में 10 प्लाटूनों ने गर्मजोशी से आकर्षक परेड प्रस्तुत की। मुख्यमंत्री चौहान ने ध्वजारोहण के पश्चात खुली जीप से परेड का निरीक्षण किया। परेड के पश्चात उन्होंने परेड कमाण्डरों से परिचय भी प्राप्त किया। इस दौरान उनके साथ कलेक्टर मनीष सिंह तथा पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्र भी थे।

परेड के दौरान सशस्त्र दलों द्वारा हर्ष फायर किये गये। गणतंत्र दिवस अमर रहे के नारे से आसमान गुंजायमान हो गया। परेड का नेतृत्व एसीपी ट्राफिक अजीत सिंह चौहान ने किया। उनका अनुकरण टूआईसी सुबेदार बृजराज अजनार कर रहे थे। परेड में आरएपीटीसी, फर्स्ट बटालियन, पंद्रहवी वाहिनी, जिला पुलिस बल (पुरुष), जिला पुलिस बल (महिला), पीटीसी इंदौर, होमगार्ड, फायर ब्रिगेड तथा यातायात पुलिस आदि प्लाटून के दल शामिल हुए। बीएसएफ तथा प्रथम वाहिनी के बैंड ने देशभक्ति की धून से पूरे वातावरण को जोश और जुनून से ओतप्रोत कर दिया।

प्रथम वाहिनी को पहला पुरस्कार

उत्कृष्ट परेड प्रस्तुत करने पर प्लाटूनों को पुरस्कृत किया गया। "अ" वर्ग में प्रथम पुरस्कार प्रथम वाहिनी तथा द्वितीय पुरस्कार आर.ए.पी.टी.सी. को दिया गया। इसी तरह "ब" वर्ग में प्रथम पुरस्कार यातायात बल और द्वितीय पुरस्कार अग्निशमन सेवा (फायर ब्रिगेड) को प्राप्त हुआ। "स" वर्ग का प्रथम पुरस्कार बी.एस.एफ. बैंड तथा द्वितीय पुरस्कार प्रथम वाहिनी बैंड को मिला। इसी तरह झांकियों में प्रथम पुरस्कार नगर निगम को, द्वितीय पुरस्कार जिला पंचायत को तथा तृतीय पुरस्कार महिला बाल विकास को दिया गया।

सरकारी कर्मचारियों को मिला सम्मान

कोरोना के दौरान उल्लेखनीय सेवाएं देने तथा सहयोग करने वाले तथा अन्य विभागीय कार्यों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले अधिकारी-कर्मचारियों, स्वयंसेवी संगठनों आदि को विशेष रूप से पुरस्कृत किया गया। समारोह में सासंद शंकर लालवानी, इंदौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा, संभागायुक्त डॉ. पवन कुमार शर्मा, आई जी राकेश गुप्ता, विधायक महेंद्र हार्डिया, मालिनी गौड़, गौरव रणदिवे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।

निकाली गईं नयनाभिराम झाँकियाँ

समारोह के दौरान विभिन्न शासकीय विभागों द्वारा राज्य शासन की योजनाओं, कार्यक्रमों पर आधारित नयनाभिराम झाँकियाँ निकाली गई। इनमें मुख्य रूप से नगर निगम द्वारा स्वच्छता के क्षेत्र में किये गये नवाचार, आवासीय योजनाओं तथा अन्य विकास कार्य, जिला पंचायत द्वारा जल संरक्षण के क्षेत्र में किये गये कार्यों, एमपी इण्डस्ट्रीयल डेवलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा आत्म निर्भर भारत एवं आत्म निर्भर मध्यप्रदेश तथा औद्योगिक विकास, इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा इंदौर के शहीदों के जीवन, कृषि विभाग द्वारा प्राकृतिक एवं जैविक खेती, उद्यानिकी विभाग द्वारा एक जिला एक उत्पाद, शिक्षा विभाग द्वारा हमारा घर हमारा विद्यालय, संस्कृति विभाग द्वारा हेमू कालानी सहित अन्य शहीदों पर आधारित, आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा विभागीय योजनाओं, स्वास्थ्य विभाग द्वारा इंदौर में बनाये गये देश के दूसरे सबसे बड़े कोविड केयर सेंटर, जेल विभाग द्वारा जेल के सुधार, वन विभाग द्वारा ईको पर्यटन, उद्योग विभाग द्वारा रोजगार मूलक योजनाओं, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा मुख्यमंत्री कोविड-19 बाल सेवा योजना एवं निजी स्पॉन्सरशीप तथा यातायात विभाग द्वारा यातायात सुधार के लिये किये जा रहे कार्यों पर आधारित झाँकियां शामिल हैं।

मुख्यमंत्री के भाषण के मुख्य अंश

  • मध्यप्रदेश में कोरोना से निपटने का जनभागीदारी का सफल मॉडल बनाया गया है। कोरोना का मुकाबला जन सहयोग से बेहतर रूप से किया गया है। इंदौर की जनता ने भी जनभागीदारी का अदभुत मॉडल प्रस्तुत किया है।
  • प्रदेश में सिंचाई तथा पेयजल के लिये पर्याप्त जल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। नर्मदा सहित अन्य बड़ी नदियों के जल को गाँव-गाँव तक पहुंचाया जा रहा है। जल जीवन मिशन के तहत हर एक गाँव में पाईप लाइन बिछाकर हर घर में नल से जल पहुंचाया जायेगा। प्रदेश में अब तक 45 लाख 80 हजार घरों में नल कनेक्शन लगाये जा चुके हैं। प्रदेश में लगभग दो करोड़ घरों में कनेक्शन लगाने का लक्ष्य है।
  • किसान जैविक खेती को अपनायें। प्राकृतिक रूप से खेती करें। रासायनिक खादों के असंतुलित उपयोग से जहाँ एक ओर भूमि का स्वास्थ्य खराब हो रहा है, वहीं दूसरी ओर मानव जीवन के स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। प्रदेश में फसल बीमा एवं प्राकृतिक आपदा की राहत राशि भी लगातार किसानों के खाते में जमा करायी जा रही है।
  • प्रदेश में अब किसी भी आवासहीन को बगैर आवास के नहीं रहने दिया जायेगा। अब सबका होगा अपना पक्का घर। प्रदेश में राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि हर एक आवासहीन को पक्का मकान अथवा जमीन मुहैया करायी जायेगी।
  • प्रदेश में सुविधायुक्त सीएम राइज स्कूल खोले जाएंगे। अगले वर्ष से मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की पढ़ाई भी हिन्दी में करायी जाएगी। देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर को देश के सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में शामिल कराने के प्रयास किये जा रहे हैं।
  • इंदौर स्वच्छता के क्षेत्र में आइकॉन बन चुका है। स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर में लगातार पाँच बार अव्वल रहा है। इंदौर ने प्रदेश को स्वच्छता की नई दिशा दिखाई है। इंदौर ने कोरोना से निपटने के लिये जनभागीदारी का नया मॉडल प्रस्तुत किया है। यह सराहनीय है।

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