स्वच्छ भारत मिशन में सरकार को आईना दिखा रहे भेरूलाल
दबंगों ने घर के सामने कचरा डालना शुरू किया, विरोध करने पर जान से मारने की धमकी मिली। सरकार यानी जिला प्रशासन को शिकायत की, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई तो राजगढ़ जिले के 75 साल के बुजुर्ग भेरूलाल ने महाकाल की शरण लेने को ठानी। राजगढ़ से उज्जैन तक 165 किमी की यात्रा शुरू कर दी, वो भी गाड़ी से या पैदल नहीं बल्कि दंडवत। क्या अब पसीजेगा सरकार का दिल और स्वच्छ भारत मिशन के इस दौर में भेरूलाल को मिलेगा इंसाफ..?
'सरकार' से नहीं हटा कचरा, तो चल पड़े, महाकाल को लगाने अर्जी
75 साल के भेरूलाल ने कहा, ‘शिवराज’ नहीं ‘शिव’ पर है भरोसा
द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क, उज्जैन।
माथे पर पगड़ी आधी धोती और बंडी में 75 साल के भेरूलाल गुर्जर सड़क पर उलटे लेटते हैं। हाथ से सड़क किनारे का एक पत्थर उठाते हैं। सिर के पास रखते हैं। फिर खड़े होते हैं। फिर वहां पैर रखते हैं, फिर उलटा लेटते हैं।
राजगढ़ जिले की जीरापुर तहसील के जेथली गांव में रहने वाले भेरूलाल ऐसा किसी मन्नत को पूरा करने के लिए नहीं कर रहे हैं। बल्कि अपने घर के सामने पंचायत द्वारा लगाए गए कचरे के ढेर से परेशान हैं। सचिव से लेकर कलेक्टर तक शिकायत की, लेकिन निराकरण नहीं हुआ। इसीलिए अपनी अर्जी लेकर उज्जैन महाकाल की शरण में जा रहे हैं। उनका कहना है कि मुझे तो 'शिवराज' नहीं 'शिव' पर ही भरोसा है।
किसी ने नहीं सुनी तो खुद चल पड़े महाकाल की शरण में
जून से लेकर सितंबर 2022 तक भेरूलाल ने जो शिकायत की, उसके अनुसार वे जैथली गांव में रहते हैं। उनका अपना निजी मकान है। जहां परिवार के साथ रहते हैं। उनके मकान के सामने अमरलाल पिता भागीरथ गुर्जर, भेरूलाल पिता किशनलाल मीणा, लालचंद पिता रामलाल गुर्जर ने अवैध रूप से गड्ढा (रोडी) खुदवाकर कचरा डालना शुरू कर दिया। कचरे की बदबू और गंदगी से परिवार का जीना मुश्किल हो गया।
जब भेरूलाल ने इन लोगों से कचरा न डालने के लिए कहा तो उन्होंने दबंगाई दिखाते हुए लड़ाई-झगड़ा शुरू कर दिया। कहा कि अब बोला तो जिंदा नहीं बचेगा। तहसीलदार, एसडीएम (खिलचीपुर) से लेकर राजगढ़ कलेक्टर तक को शिकायत की, मगर सुनवाई नहीं हुई। नेताओं ने भी साथ नहीं दिया। इसीलिए व्यवस्था से नाराज भेरूलाल ने उज्जैन के लिए दंडवत यात्रा शुरू कर दी। दो महीने हो चुके हैं। अब तक आगर जिले में पहुंचे हैं।
कह रहे अब सीधे महाँकाल ही करेंगे मेरी सुनवाई
सड़क पर बिखरी चूरी और तेज धूप ने पैरों के तले से लेकर पीठ तक छील दी है। तीन दिन से लगातार बरसात हो रही है। मौसम खराब है लेकिन भेरूलाल रूकने को तैयार नहीं। उनका कहना है कि कचरे के कारण जी नहीं सकते। कचरा उठवाते हैं तो दबंग जीने नहीं देंगे। जब जान जानी है तो कचरे और किसी की दबंगाई से क्यों जाए? महाकाल के सामने ही जाए। जिस दौर में हम जैसे गरीबों की कोई सुनवाई नहीं होती, उस दौर में जन्म तो उन्हीं की मंशा से मिला है।
कांग्रेसियों को लौटा दिया
इंदौर से नलखेड़ा पहुंचे कांग्रेस नेता व सामाजिक कार्यकर्ता जीतू दिवान भी भेरूलाल से मिले। उन्होंने उन्हें कांग्रेस के बड़े नेताओं से मिलाने की बात कही जो विधानसभा में उनकी बात रख दें, लेकिन भेरूलाल ने मना कर दिया। उन्होंने कहा अब मेरी आवाज महाकाल ही उठाएंगे। मैं अब मेरी शिकायत उन्हीं के सामने रखूंगा।