इंदौर आते ही निगमायुक्त को मिली सबसे बड़ी चुनौती

नवागत निगमायुक्त हर्षिका सिंह से भी राजवाड़ा क्षेत्र के व्यवसायिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने मुलाकात की और उन्हें फुटपाथ पर हुए कब्जों की जानकारी भी दी। क्षेत्र के व्यापारी सीएम हेल्पलाइन से लेकर प्रदेश भाजपा मुख्यालय सहित तमाम नेताओं को इसकी शिकायतें भी कर चुके हैं और हाईकोर्ट में उनकी जनहित याचिका भी विचाराधीन है।

इंदौर आते ही निगमायुक्त को मिली सबसे बड़ी चुनौती

राजबाड़ा, गोपाल मंदिर के आसपास के दुकानदार शिकायत लेकर पहुंचे निगमायुक्त के पास 

द एक्सपोज़ लाइव न्यूज़ नेटवर्क, इंदौर।

गोपाल मंदिर और राजवाड़ा क्षेत्र को ठेले, गुमटी, फुटपाथ  पर कब्जा कर धंधा करने वालों से कई बार मुक्त कराया, लेकिन बार-बार ये दुकानें नेताओं के दबाव-प्रभाव के चलते लग जाती है। यहां तक कि निगम ने करोड़ों रुपए खर्च कर हेरीटेज एरिया विकसित किया, जहां पर प्रवासी सम्मेलन और अन्य अवसरों पर हेरीटेज वॉक भी करवाया जाता है।

इस हेरीटेज एरिया की ही बैंड अतिक्रामकों ने फिर बजाना शुरू कर दी है। निगमायुक्त के रूप में जब तक प्रतिभा पाल पदस्थ रहीं, उन्होंने इस क्षेत्र के साथ-साथ शहर के अन्य क्षेत्रों में भी लगने वाली ठेले-गुमटियों पर सख्त कार्रवाई करवाई। मगर उनके तबादले के साथ ही गोपाल मंदिर, राजवाड़ा क्षेत्र में गुमटी, ठेले, दुकानें लगवाने वाला गिरोह फिर सक्रिय हो गया।

हेरीटेज एरिया की ही बैंड बजाना शुरू कर दी है

इन व्यापारियों का कहना है कि निगम की रिमूव्हल गैंग भी इस गिरोह के खिलाफ कोर्ई कार्रवाई नहीं कर पाती है और गिरोह के सरगना ने पहले जहां 30 दुकानें लगवाई थी, तो दूसरे ही दिन 200 से ज्यादा लगवा डाली और तमाम ट्राली, फेरी लगाने वाले इस पूरे हेरीटेज क्षेत्र में कब्जा कर बैठ गए। पिछले दिनों एक व्यापारी को धमकाने की शिकायत भी सराफा थाने में दर्ज करवाई, मगर पुलिस ने भी कोई कार्रवाई नहीं की।

अब व्यापारियों का कहना है कि पुलिस, प्रशासन और निगम ने अगर सडक़ अवरुद्ध करने वालों के खिलाफ सख्ती नहीं की तो फिर व्यापारियों को भी सडक़ों पर उतरना पड़ेगा और विधानसभा तक मुखर आंदोलन करेंगे, जिसमें स्मार्ट सिटी के चलते हटाए 130 दुकानदार भी शामिल रहेंगे।